शिशिर भटनाकर
रामपुर (महानाद) : जिला सहकारी बैंक घोटाले के मामले में जिला सहकारी बैंक पटवाई शाखा के सीनियर/जूनियर मैनजर सहित पांच कर्मचारियों के खिलाफ पटवाई थाने में बैंक उप महाप्रबंधक संजय गुप्ता की ओर से तहरीर देकरमुकदमा दर्ज करवाया गया है। कर्मचारियों द्वारा गबन की गई 12.55 लाख रुपये धनराशि बैंक में जमा करा ली गई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बता दें किसरकार की ओर से वृद्धावस्था एवं विधवा पेंशन दी जाती है। इस योजना के तहत जिला सहकारी बैंक की पटवाई शाखा में खुले लाभार्थियों के खाते में लगातार पेंशन की धनराशि आ रही थी। जबकि इन लाभार्थियों में से कई लोगों की मौत हो चुकी थी, लेकिन इसके वावजूद मृत्यु प्रमाण पत्र जमा न होने के कारण खाते में पेंशन आ रही थी। बैंक के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को इस बातकी जानकारी थी कि कई लाभार्थियों की मौत हो चुकी है। ऐसे में बैंक के ही कुछ कर्मचारियों ने हमसाज होकर उन खातों में से लाखों रुपये निकाल लिए।
जब यह मामला बेंक के उच्चाधिकारियों के पास पहुंचा, तो बैंक सचिव ने तुरंत बैंक के उप महाप्रबंधक संजय गुप्ता को मामले की जांच के आदेश दे दिए। शुरुआती जांच के बाद जब बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आई तो 12.55 लाख रुपये की धनराशि बैंक में जमा करा दी गई और जिला सहकारी बैंक की पटवाई शाखा के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक राजेन्द्र प्रसाद, कनिष्ठ शाखा प्रबंधक अवधेश कुशवाह, बाबू रामगोपाल यादव और ओमकार एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शाकिर बैंक सचिव उपेन्द्र कुमार सारस्वत ने पांचों को सस्पेंड कर दिया था।
इसके बाद जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ ने अपने स्तर से यह जांच एआर को-ऑपरेटिव हरेन्द्र कुमार को सौंप दी। जिसके बाद एआर को-ऑपरेटिव ने बैंक सचिव को पांचों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए थे। इस पर उप महाप्रबंधक ने पटवाई थाने में तहरीर देकर उक्त पांचों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पटवाई थानाध्यक्ष कोमल सिंह ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है। जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।