विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक बाली ने नगर निगम काशीपुर की मेयर पर ट्रंचिंग ग्राउंड के नाम पर करोड़ों रुपये के खनन के मामले में शामिल होने के गंभीर आरोप लगाये हैं।
आम आदमी के कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में आप नेता दीपक बाली ने कहा कि नगर निगम द्वारा शहर से 13 किमी दूर बनाये जा रहे ट्रंचिंग ग्राउंड में करोड़ों का घोटाला किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शहर के कूड़ा निस्तारण के लिए एक तथाकथित समाजसेवी द्वारा शहर से 13 किमी दूर ग्राम ढकियाकला में अपनी 10.573 एकड़ जमीन ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए बिना कोई पैसे लिये दी गई है। लेकिन इस फ्री की जमीन को नगर निगम को देने के बाद इसके जरिए करोड़ों रुपये कमाने का खेल शुरु हो गया।
बाली ने बताया कि असली खेल इसके बाद शुरु हुआ और जमीन मालिक ने जिलाधिकारी कार्यालय से इस 10.573 एकड़ जमीन में ट्रंचिंग ग्राउंड निर्माण किये जाने के कारण इसमें से 3 लाख 68 हजार 640 घन मीटर उपखनिज (आरबीएम) के उत्खनन की जरूरत बताते हुए खनन की इजाजत मांगी। जिसमें नगर निगम द्वारा अनुमोदित ट्रंचिंग ग्राउंड के प्रस्ताव का जिक्र भी किया गया। बाली ने बताया कि जितने खनन की इजाजत मांगी गई है उसके लिए जमीन में लगभग 35 फिट गहरा गड्डा खोदना पड़ेगा और उस खनन की अनुमानित लागत लगभग 50 करोड़ रुपये होगी।
बाली ने मेयर पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये कैसी अनुमति है जिसमें दानदाता अपनी 2 करोड़ रुपये की जमीन को दान करने के बदले उसमें से 50 करोड़ रुपये के खनन की निकासी करेगा। बाली ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस प्रकरण की जांच कराई जाये तो उक्त खनन के खेल में और लोग भी शामिल पाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि उक्त जमीन तथा उस जमीन के आसपास किस-किस की जमीन है इसकी भी जांच होनी चाहिए।
बाली ने नगर निगम के मानपुर स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उक्त ट्रंचिंग ग्राउंड 5 एकड में फैला है और अभी आधा खाली है। वहीं उस जगह को ट्रंचिंग ग्राउंड बनाने के लिए किसी प्रकार के गड्डे खोदे जाने की जरूरत नहीं समझी गई। क्या इसलिए कि वहां करोड़ों रुपये का उपखनिज नहीं था। नहीं तो ट्रंचिंग ग्राउंड की जरूरत पूरी करने के लिए वहां भी 10 मीटर नीचे तक खुदाई की जा सकती थी।
उन्होंने मेयर से मांग की कि वे समाजसेवी द्वारा दान में जमीन देने हेतु दिये गये पत्र, ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए बोर्ड में पास किये गये प्रस्ताव की काॅपी सार्वजनिक करें। और यदि उनके आरोप गलत हैं तो वे उन पर मानहानि का दावा करें। बाली ने कहा कि यदि मेयर उनपर मानहानि का दावा करती हैं तब भी पूरी प्रकरण की जांच की जायेगी और सारी सच्चाई जनता के सामने आ जायेगी।
बाली ने कहा कि जहां पर ट्रंचिंग ग्राउंड बनना है वहां के लोगों की इस पर राय लेनी चाहिये थी जोकि नहीं ली गई। ग्रामवासी वहां पर ट्रंचिंग ग्राउंड बनाये जाने के विरोध में हैं। इस विषय में उन्होंने केबिनेट मंत्री यशपाल आर्य को ज्ञापन सौंपकर उक्त ट्रंचिंग ग्राउंड वहां न बनाये जाने की मांग की है। बाली ने कहा कि यदि मेयर का इस प्रकरण से कोई लेना देना नहीं है तो वे जनभावना को ध्यान में रखकर उक्त दान में मिली जमीन को उस क्षेत्र के बच्चों के लिए खेल मैदान के रूप में विकसित करें। वे स्वयं इस काम में उनकी मदद करेंगे।
वहीं बाली ने बताया कि उनके संज्ञान में यह भी आया है कि नगर निगम द्वारा कूड़े को खाद में बदलने के लिए 20 करोड़ रुपये की एक मशीन क्रय की जा रही है। जब कूड़े की खाद बनने लगेगी तो फिर नये ट्रंचिंग ग्राउंड की क्या जरूरत होगी। इसलिए उसे खेल मैदान बनाना चाहिए।
बाली ने कूड़ा उठाने के ठेके पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि कूड़ा उठाने का जो ठेका पिछले वर्ष 40-42 लाख में दिया गया वह इस वर्ष मात्र 18 लाख रुपये में दिया गया है। तो मेयर यह भी बतायें कि उस रकम में भी घालमेल हुआ है अथवा इस बार काशीपुर से कूड़ा कम हो गया है।
प्रेस वार्ता के दौरान, साधु सिंह एडवोकेट, मयंक शर्मा, मुकेश चावला, शिशुपाल रावत, अमन बाली, मनोज कौशिक, करन कश्यप, अरुण कुमार, मनी मुंजाल, प्रताप विर्क आदि मौजूद थे।