ममिया ससुर ने नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठग लिये लाखों

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विकास अग्रवाल
कुंडा (महानाद) : एक व्यक्ति ने अपने ममिया ससुर सहित 5 लोगों पर उसे सरकारी नौकरी पर लगवाने का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने का आरोप लगाया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है।

ग्राम भरतपुर, थाना कुंडा, जसपुर निवासी संजीव कुमार पुत्र गिरीश चन्द्र ने कुंडा थाना पुलिस को तहरीर देकर बताया कि कुछ समय पूर्व उसकी पत्नी के मामा भूदेव उर्फ भोला पुत्र रामौतार निवासी ग्राम श्यामनगर, थाना कुण्डा ने उससे कहा कि वह उसे डीएलएड कराकर व ट्रेनिंग कराकर किसी प्राईमरी स्कूल में टीचर की नौकरी लगवा देगा। उसने कहा कि मेरे सम्बन्ध शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से हैं, तुम्हारा काम आसानी से हो जायेगा। इस कार्य के एवज में भूदेव उर्फ भोला ने उसे 5 लाख रुपये का खर्चा बताया, जिस पर वह राजी हो गया।

संजीव कुमार ने बताया कि उक्त भूदेव उर्फ भोला ने उससे 3 लाख 60 हजार रुपये नकद ले लिये और उसके उत्तराखण्ड ग्रामीण बैंक खाते के 2 ब्लैंक चैक भी ले लिये और कहा कि इनके आधार पर तुम्हारा सैलरी एकाउण्ट खुलेगा और सैलरी भी इसी एकाउण्ट में आने लगेगी तथा शेष रकम कुछ समय बाद लेने को कहा।

संजीव ने बताया कि जब काफी समय बीत जाने पर भी भूदेव उर्फ भोला ने उसे डीएलएड नहीं कराया और ना ही उसकी नौकरी लगवाई तो उसने भूदेव से अपनी रकम वापस करने को कहा तो वह टाल-मटोल करने लगा। उसने कहा कि अभी फार्म नहीं आये हैं जब भी फार्म आयेंगे तो डीएलएड करा दूंगा या किसी अन्य विभाग में नौकरी लगवा दूंगा। इस बीच वर्ष 2022 में उसका एक्सीडेन्ट हो गया और उसके सिर, हाथ, पैर व शरीर में कई जगह गम्भीर चोटें आई जिससे उसका सम्पर्क भूदेव उर्फ भोला से टूट गया। जब उसने ठीक होने के उपरान्त उक्त भूदेव से अपनी रकम मांगी तो उसने दिनांक 15.03.2024 को उसे टांडा उज्जैन, काशीपुर में बुलाया और वहां अपने एक परिचित विक्की चोटियाल पुत्र शेर सिंह निवासी ग्राम भगवन्तपुर, जसपुर से मिलवाया और कहा कि यह विक्की चोटियाल उसकी वन विभाग में नौकरी लगवा सकते हैं। इनके सम्बन्ध वन विभाग में उच्चाधिकारियों से हैं, और कहा कि उसके जो रुपये उसने लिये हैं वह भी इसमें एडजस्ट हो जायेंगे ।

संजीव ने बताया कि उसने भूदेव की बात पर विश्वास कर लिया। दिनांक 22.03.2024 को उक्त भूदेव व विक्की चोटियाल ने उसे फिर टांडा तिराहे पर बुलाया और उसके सारे मूल कागजात (हाई स्कूल, इण्टर के अंकपत्र व सनद, स्थाई जाति, बीए, आधार कार्ड और सेवायोजन कार्यालय द्वारा जारी प्रमाणपत्र) की मांग की तब उसने अपने कागजात उक्त लोगों को दे दिये। तब विक्की ने उससे कहा कि तुम 1 लाख 90 हजार रुपये की व्यवस्था कर लो तुम्हारा काम हो जायेगा। तब उसने विक्की के कहने पर उसे 90 हजार रुपये नकद व 1 लाख रुपये फोन-पे के माध्यम से दिये। इसके बाद उसने कहा कि अभी 3 लाख रुपये और चाहिए जोकि हमें ऊपर वन विभाग के अधिकारियों को भी देने हैं जिससे तुम्हारा काम जल्द हो जायेगा। उन्होंने कहा कि दिनांक 24.03.2024 को हम लोग ग्राम श्यामपुर, चिड़ियापुर, जिला हरिद्वार चलकर तुम्हारी नौकरी पक्की करा देंगे।

संजीव ने बताया कि दिनांक 24.03.2024 को भूदेव उर्फ भोला व विक्की चोटियाल उसे लेकर श्यामपुर, चिड़ियापुर स्थित वन अनुसंधान केन्द्र के कार्यालय पहुंचे। वहां पहुंचकर विक्की चोटियाल ने वन विभाग की सरकारी जीप में बैठे एक व्यक्ति से मिलवाया जिसने अपना नाम विवेक तरार बताया और कहा कि मैं वन विभाग में कमिश्नर के पद पर तैनात हूँ और यह सारा एरिया मेरे अण्डर में ही आता है। तब उसने पूछा कि आज कार्यालय तो खाली पड़ा है और कोई भी कर्मचारी यहाँ दिखाई नही दे रहा तो विवेक तरार ने कहा कि होली का समय चल रहा है ज्यादातर कर्मचारी छुट्टियों पर अपने घर गये हैं। मैं भी विक्की के फोन आने के वजह से रुक गया था।

संजीव ने विवेक तरार से पूछा कि उसकी ज्वाईनिंग कब तक हो जायेगी तो विवेक तरार ने कहा इस समय चुनाव की वजह से प्रदेश में आचार संहिता लगी हुई है, हम तुम्हारी ज्वाईनिंग बैक डेट में करा देंगे, तुम्हे ट्रेनिंग के लिये यहाँ आना पड़ेगा, हमारे चुनिन्दा अधिकारी तुम्हारी ट्रेनिंग करा देंगे लेकिन इस सब कार्य के लिये 3 लाख रुपये का खर्चा आयेगा जोकि तुम्हे करना पड़ेगा यह हमारे विभाग का नियम भी है और अनिवार्य है। इसके अलावा तुम्हें 1.5 लाख रुपये की व्यवस्था और करनी पड़ेगी जोकि टीआई साहब को देने हैं। वही तुम्हें ट्रेनिंग करायेंगे जिससे तुम्हारा काम पक्का हो जायेगा और नौकरी कर पाओगे। अभी तो हमारे पास मौका है बाद का हमें भी नहीं पता जल्दी से रुपयों की व्यवस्था करो। तब उसने अपने साथ लाए 3 लाख रुपये विवेक तरार को दे दिये और कहा कि बाकी के 1.5 लाख रुपये भी जल्दी दे दूंगा, थोड़ा सा समय चाहिये तब उक्त विवेक तरार ने कहा तुम्हारे पास 2-3 माह का समय है जितना जल्दी हो सके व्यवस्था कर लो ।

संजीव ने बताया कि इसके बाद वह घर आ गया और सारी बातें अपनी पत्नी को बताई और बाकी के 1.5 लाख रुपये की व्यवस्था में जुट गया। दिनांक 17.07.2024 को भूदेव व विक्की ने उससे पूछा कि रुपयों की व्यवस्था हो गई हो तो आज ही श्यामपुर चलते है और तुम्हारा काम करा देते हैं। तब उसने इन लोगो के साथ बाकी के बचे 1.5 लाख रुपये लेकर दोबारा वन विभाग के उक्त कार्यालय पहुँच गया। वहाँ पर विवेक तरार ने एक व्यक्ति से उसकी मुलाकात वन विभाग की वर्दी पहने व्यक्ति से कराई और कहा कि रुपये इन्हे दे दो यही टीआई साहब हैं । वह उन्हें 1.5 लाख रुपये और अपने कागज देकर घर आ गया।

संजीव ने बताया कि दिनांक 19.07.2024 को विक्की ने उसे फोन करके कहा कि यार तुम्हारा काम तो हमने करा ही दिया है अब हमारा भी काम करा दो। हमें 2 लाख रुपये मेहनताने के दे दो। जिस पद उसने कहा कि इस समय तो मेरे पास 2 लाख रुपये की व्यवस्था नहीं है, तुमने पहले मुझे यह बात नहीं बताई थी। तब विक्की व भूदेव ने उससे कहा कि ज्यादा होशियारी मत दिखा, यह पैसे तो तुझे हमें देने ही पड़ेंगे वरना तेरे सारे पैसे डूब जायेंगे और ना ही तेरी नौकरी लगेगी। यह सुनकर वह घबरा गया और उसे अपनी रकम डूबने का अंदेशा होने लगा तब उसने मजबूरन अपने फोन-पे एकाउन्ट के माध्यम से 15-15 हजार रुपये विक्की को ट्रांसफर कर दिये और बाकी बचे हुये 1,70,000 रुपये के लिये उनसे समय मांगा तो विक्की ने कहा कि हमें एक चैक साईन करके दे दो, हम रकम स्वयं भर लेंगे। तब उसने विक्की को अपने बन्धन बैंक के खाते से अपने हस्ताक्षर करके ब्लैंक चैक दे दिया।

संजीव ने बताया कि उसके बाद काफी दिन तक उन लोगों को कोई जबाव नहीं आया तो उसने विक्की को फोन से सम्पर्क किया कि उसे अभी तक नौकरी के सम्बन्ध में कोई कॉल नहीं आई, उसकी ज्वाईनिंग कब तक हो जायेगी, तब विक्की ने उसे गालियां देते हुये कहा कि भूदेव उर्फ भोला भी मेरे पास ही बैठा है। हमने तेरी नौकरी का कोई ठेका नहीं ले रखा है, तेरी कोई नौकरी कहीं नहीं लगेगी। तुझ जैसे लोगों से ही हमारा धंधा चलता है। हमारा तो पूरा गिरोह है जो तुझ जैसे बेवकूफो को ठगने का कार्य करता है। हमारी पहुँच प्रशासन में बहुत ऊपर तक है, तू जहाँ भी कोई कार्यवाही करेगा तो हमारे खिलाफ कुछ नहीं होगा। अगर ज्यादा होशियार बनकर हमारे खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट लिखाने की कोशिश की तो तुझे व तेरे परिवार को हम जान से मरवा देंगे, तेरे लोगों की लाशों का भी पता नहीं चलेगा, आगे से हमें फोन मत करना।

संजीव ने बताया कि इस पर उसे अपने ठगे जाने का पूरा एहसास हो गया, तब वह विक्की के घर पहुँचा और विक्की के पिता को सारी बात बताई तो उल्टा विक्की के पिता ने उसे धमकाते हुए कहा कि मैं पुलिस विभाग में हूं, तुझसे ज्यादा कानूनी की बारीकियां जानता हूं। किसी मुकदमें में जेल भिजवा दूंगा, सारी जिन्दगी जेल में सड़ेगा। विक्की को तो मैने पहले ही बेदखल कर रखा है, तुझसे जो हो कर लेना, हमारा तू कुछ बिगाड़ नहीं पायेगा, यहाँ से भाग जा और धक्के देकर उसे भगा दिया।

संजीव कुमार की तहरीर के आधार पर पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच थानाध्यक्ष कुंडा इंस्पेक्टर हरेन्द्र चौधरी स्वयं कर रहे हैं।

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