देहरादून। बीते 9 अगस्त को कालसी थाना क्षेत्र में हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में मृतक का छोटा भाई ही हत्यारोपी है। आरोपी भाई ने इस हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की थी, किन्तु पुलिस के आगे उसकी यह चाल सफल नहीं हो सकी।
बता दें कि बीते 9 अगस्त रात को कोतवाली विकासनगर से थानाध्यक्ष कालसी को सूचना प्राप्त हुई कि लेहमन अस्पताल हरबर्टपुर में एक घायल व्यक्ति को संदिग्ध परिस्थितियों में लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। सूचना के आधार पर थानाध्यक्ष कालसी मौके पर पहुंचे। मृतक की पहचान हृदय प्रकाश निवासी भराया धनपोऊ खत लखवाड़ के रूप में की गई। मृतक के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान पाए गए। परिजनों ने दावा किया कि हृदय प्रकाश ने कमरे में कुंडी लगाकर आत्महत्या की है।
मौत संदिग्ध प्रतीत होने पर एसएसपी अजय सिंह ने थानाध्यक्ष के साथ अगले दिन सुबह फॉरेंसिक टीम के साथ भराया का दौरा किया। घटना के बाद कमरे को धोने की जानकारी भी मिली, जिससे संदेह हुआ और फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्रित किए। 11 अगस्त को मृतक के पुत्र दिनेश प्रकाश ने पिता की हत्या का मामला दर्ज कराया। परिजनों के बयान से यह सामने आया कि घटना के दिन मृतक के छोटे भाई लूदर प्रकाश घर पर मौजूद थे। मंगलवार को लूदर प्रकाश को पूछताछ के लिए थाना कालसी बुलाया गया। शुरू में उसने इधर-उधर की बातें की लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
चापड़ से काटा बड़े भाई का गला
पुलिस ने बताया कि लूदर प्रकाश ने स्वीकार किया कि उसने अपने बड़े भाई हृदय प्रकाश की चापड़ से गला काटकर हत्या की। आरोपी की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल चापड़ को बरामद कर लिया है। हत्या के समय आरोपी ने अपने कपड़े छुपा दिए थे। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी और उसके बड़े भाई के बीच अक्सर छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़े होते रहते थे। 9 अगस्त को भी दोनों भाइयों के बीच किसी बात पर विवाद हुआ जिससे गुस्से में आकर लूदर प्रकाश ने घर में रखी चापड़ से अपने सोते हुए भाई का गला काट दिया। हत्या के बाद आरोपी ने घटना को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सका और पुलिस के हत्थे चढ़ गया।