सलीम अहमद
हल्द्वानी (महानाद) : पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों ठगने वाले एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
बबता दें कि विगत 10 दिसंबर 2020 को ग्राम करायल जौलासाल, हल्द्वानी, जनपद नैनीताल निवासी एक्स आर्मी मेजर भुवन चन्द्र भट्ट निवासी ने हल्द्वानी कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उन्होंने अपने लिए नौकरी डाॅट काॅम पर नौकरी हेतु आॅनलाइन आवेदन किया था जिसके बाद 9 दिसंबर 2020 को उनके मोबाईल पर एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया और उसने स्वयं को नौकरी डाॅट काॅम से सम्बन्धित बता कर धोखाधड़ी से 30,000 रुपये अज्ञात व्यक्ति के खाते में डलवा लिये। उक्त तहरीर के आधार पर कोतवाली हल्द्वानी में मुकदमा पंजीकृत कर एसआई संजीत राठौर को मामले की जांच सौंपी गई। घटना के अनावरण हेतु एसओजी नैनीताल को भी निर्देशित किया गया। जिसके बाद आज एसओजी नैनीताल एवं कोतवाली हल्द्वानी पुलिस द्वारा छजारसी कालोनी, एसजेएम हाॅस्पिटल के पास, सेक्टर-63, नोएडा, थाना फेस-3 जिला गौतम बुद्ध नगर मे डिजिल ट्री स्पेस प्राइवेट लिमिटेट नामक कम्पनी में छापा मार कर कम्पनी के डायरेक्टर/मालिक रवि जैन पुत्र प्रकाश चन्द्र जैन निवासी छजारसी कालोनी, एसजेएम हाॅस्पिटल के पास, सेक्टर-63, नोएडा, थाना फेस-3 जिला गौतम बुद्ध नगर उम्र-24 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस की पूछताछ में रवि जैन ने बताया कि मैं खोड़ा सेक्टर 62 ए, राजीव विहार में डिजिटल ट्री स्पेस प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी चलाता हूँ। इसका मैं डायरेक्टर व मालिक हूँ। मैं इस आॅफिस को अक्टूबर 2018 से लगातार चला रहा हूं। जिसमें मैंने डेटा एन्ट्री आपरेटर के रुप में पूजा गुप्ता, रौशनी गुप्ता पुत्रिगण राम चन्द्र गुप्ता एवं आनन्द भारती पुत्र रतन भारती को रखा है। जो मेरे कहने से बेरोजगार लोगों का बायोड़ाटा कम्प्यूटर में अपलोड करते थे। मैंने अपने कार्यालय में इस काम के लिये लैपटाॅप, वाई फाई सिस्टम रखे हैं। जिन पर मैं बारी-बारी monsterindia.com वेबसाइट के माध्यम से नौकरी.कॉम आदि वेबसाइटों से बेरोजगार लोगों का डेटा उठा लेता था और मेरे पास से बरामद मोबाईल फोन से आवेदको को काॅल कर उनको गुमराह करता था कि आपने हमारी साइट पर नौकरी के लिये आवेदन किया है। जिसमें नौकरी लगवाने व रजिस्ट्रेशन के नाम पर लोगों से अलग-अलग खातों में रुपये जमा करा लेता था। लोग हमारे खाते में रुपये जमा कर लेते थे। अब तक करीब 10 लाख रुपये से ऊपर की धनराशि मेरे द्वारा लोगों से हमारे अलग-अलग खातों में जमा कराये गयेे हैं। लोगों द्वारा जमा करायी रकम बड़ी न होने के कारण कोई हमारे खिलाफ मुकदमा नहीं लिखवाते थे। किन्तु मुझे दिसम्बर के प्रथम सप्ताह पता लगा कि हल्द्वानी के भुवन चन्द्र भट्ट फौजी जिसे मैने दिनांक 9 दिसंबर 2020 को कॉल करके नौकरी लगवाने की बात का झांसा देकर 4-5 बार में करीब 30,000 रुपये की धनराशि रचना शर्मा के खाते में जिसका एटीएम व चैक बुक मैं इस्तेमाल कर रहा था में ऑन लाइन ट्रान्सफर करवायी थी। मेरे पास से रचना शर्मा के एटीएम व चैक बुक पुलिस को को मिल गये हैं। मैंने रचना शर्मा के खाते से घटना के अगले दिन ही एटीएम से विड्रोल कर लिये थे। जिसमें कुछ पैसे खर्च हो गये तथा उसमें से 21900 रुपये बचे थे जो मेरे पास से कल बरामद हुये हैं।
रवि ने बताया कि मेरे पास से जो मोबाइल बरामद हुये हंै उनमें पड़े सिमो के मोबाइल नं. मुझे याद नहीं है क्योंकि ये सिम मेंने प्रीएक्टिवेटेड बिना आईडी के बहुत समय पहले इसी काम के लिये खरीदे थे। जिन्हें काॅल करके बाद में आॅफ करके रख देता था। मेरे आॅफिस में कार्यरत पूजा गुप्ता, रोशनी गुप्ता व आनन्द भारती का इसमें कोई दोष नहीं है क्योंकि बेरोजगार लोगों का आॅनलाइन बायोडाटा उठाने से लेकर रुपया ठगी करने तक सारा काम में खुद ही करता था। मैं केवल इन्टर पास हूं। काफी जगह नौकरी कर ली है। नौकरी में 5 से 10 हजार रुपये मिलते है जबकि इस काम में मुझे करीब एक से डेढ लाख रुपये महीने की आमदनी हो जाती है। महीने में मैं लगभग 15 से 20 लोगों को नौकरी देने के नाम पर मैं ठग लेता था।
बरामदगीः-
1-03 अदद एचपी कम्पनी के लैपटाप मय चार्जर
2- 01 अदद टीपी लिंक कम्पनी का राउटर
3- 01 अदद पावर कनैक्टर
4- 09 एटीएम कार्ड अलग-अलग बैंकों के
5- 05 अदद सैमसंग कम्पनी के की-पैड मो0 फोन
6- एमआई कम्पनी का मोबाईल फोन
7- 21900 रुपये नगद
अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक एसओजी नैनीताल मनोज रतूड़ी , एसआई संजीज राठौर, हेड कां. दीपक अरोड़ा, कां. वीरेन्द्र चैहान, सुनीता शामिल थे।