देहरादून (महानाद) : उत्तराखंड की वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी निधि यादव को विजिलेंस से क्लीन चिट मिल गई है। लगभग एक साल पहले अआय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत आने के बाद शासन ने विजिलेंस की खुली जांच के आदेश दिये थे।
आपको बता दें कि आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगने के बाद पीसीएस अधिकारी निधि यादव के खिलाफ सतर्कता समिति ने खुली जांच किए जाने की संस्तुति की थी। विजिलेंस की लगभग एक साल तक चली लंबी जांच के बाद अब उन्हें बड़ी राहत मिल गई है। विजिलेंस ने उन्हें क्लीन चिट दे दी है।
विदित हो कि निधि यादव 2005 की पीसीएस अधिकारी हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी संभाली है। निधि यादव पर उत्तराखंड के साथ ही यूपी में भी कई संपत्तियां खरीदने के आरोप लगे थे। निधि यादव पर लगे इन आरोपों के बाद जांच शुरु होने के बाद उनका आईएएस के लिए प्रमोशन भी अटक गया था। प्रदेश में वरिष्ठता के हिसाब से 2021 से उन्हें आईएएस अधिकारी के रूप में प्रमोशन मिलना लंबित है। विगत वर्ष 2023 में भी उनके प्रमोशन की फाइल आगे बढ़ी थी, लेकिन आखिरी समय में शिकायत के आधार पर विजिलेंस की खुली जांच के आदेश होने पर उनकी डीपीसी पर रोक लगा दी गई थी।
विजिलेंस से क्लीन चिट मिलने के बाद अब कार्मिक विभाग ने इसकी सूचना यूपीएससी को भेज दी है। यूपीएससी द्वारा पूर्व में विजिलेंस जांच की स्थिति के बारे में जानकारी मांगी गई थी। जिसके क्रम में अब संबंधित सूचना यूपीएससी को भेज दी गई है।