प्रोपर्टी डीलर हत्याकांड में 5 पुलिसकर्मी गिरफ्तार, एक फरार

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गोरखपुर (महानाद) : कानपुर के प्रोपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत के मामले में पुलिस अब तक 5 पुलिसकर्मियों इंस्पेक्टर जगत नारायन, एसआई अक्षय मिश्रा, एसआई राहुल दूबे, मुख्य आरक्षी कमलेश सिंह यादव और आरक्षी नागरिक पुलिस प्रशांत कुमार को गिरफ्तार कर चुकी है वहीं आखिरी आरोपी एसआई विजय यादव अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। विजय यादव ने कोर्ट में सरेंडर की अर्जी दे रखी है लेकिन पुलिस उसे सरेंडर से पहले गिरफ्तार करने की फिराक में जगह-जगह छापेमारी कर रही है।

बता दें कि प्रोपर्टी डीलर मनीष हत्याकांड में मृतक की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है और मामले की जांच एसआईटी को सौंपी गई है। लेकिन अभी तक की जांच में एसआईटी को हत्या की नीयत से पुलिस वालों के होटल में घुसने के सबूत नहीं मिले हैं। लेकिन एसआईटी ने गैर इरादतन हत्या के कई सबूत जुटा लिए हैं। एसआईटी की जांच में सामने आ गया है कि मनीष हत्याकांड में पुलिस वाले ही नहीं बल्कि उनके होटल कर्मचारी भी इस हत्याकांड को अंजाम देने में शामिल रहे है। वहीं मनीष की मौत के बाद जानबूझकर इसके सबूत भी मिटाए गए हैं।

एसआईटी ने मुकदमें में सबूत मिटाने की धारा 201 आईपीसी और सभी के साथ मिलकर घटना को अंजाम देने की धारा 34 को बढ़ा दिया है। अब आईपीसी आरोपियों के बयान के बाद इस मामले में शामिल कुछ अन्य लोगों को भी आरोपी बनाने की तैयारी कर रही है।

एसआईटी मनीष गुप्ता के दोस्त हरवीर सिंह तथा प्रदीप सिंह के अलावा होटल कर्मचारी आदर्श पांडेय को अब तक चश्मदीद के तौर पर मान रही है, लेकिन सामने आए तथ्यों के आधार पर होटल कर्मचारी की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। ऐसे में यह संभावना जताई जा रही है कि एसआईटी होटल कर्मचारी को मिलीभगत के आरोप में और होटल मालिक को तथ्यों को छिपाने के आरोप में आरोपी बना सकती है।

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