काशीपुर (महानाद) : महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस वरिष्ठ नेत्री इन्दुमान ने कहा कि विगत जनवरी 2020 से हमारा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। लेकिन सरकार ने इससे निजात पाने के लिए कोई ठोस नीति नहीं बनायी और न ही स्वास्थ्य व्यवस्था में कोई सुधार किया। पिछले वर्ष इन्हीं दिनों मरीजों को अस्पताल और वेंटीलेटर नहीं मिल रहे थे। हजारों जानें स्वास्थ्य सुविधा न मिलने के कारण गयीं। देश में संपूर्ण लॉकडाउन लगाकर देश को भयभीत कर दिया और श्रमिकों को पैदल कर दिया। परन्तु सरकार ने कोई सीख नहीं ली। कोरोना के प्रति पूर्ण लापरवाही बरतते हुए सरकार श्कृषि-कानूनष् जैसे अनावश्यक कानून बनाने में व्यस्त रही या फिर मुख्यमंत्री बदलने में या फिर चुनावी रैलियां करने में।
इंदुमान ने कहा कि कोई भी लोकतांत्रिक सरकार कैसे इतनी लापरवाह हो सकती है कि अपने देश की जनता का ध्यान न रखे और झूठी प्रशंसा पाने हेतु वैक्सीन का निर्यात करती रहे। नतीजन देश में कोरोना संक्रमण अनियंत्रित रूप से फैल गया। लोग अपनों को खो रहे है, चारों और त्राहिमाम है। बैड की कमी, दवा की कमी, वैक्सीन की कमी, वैंटीलेटर की कमी और ऑक्सीजन की कमी से लगातार मृत्यु दर बढ़ रही है परन्तु सरकार अभी भी संक्रमण को रोकने हेतु उचित कदम उठाने में अक्षम लगती है। आज इस बढ़ते संक्रमण को रोकने का एक मात्र उपाय टीकाकरण एवं दो हफ्ते का पूर्ण लॉकडाउन ही है।
इंदुमान ने कहा कि देश गंभीर संकट से गुजर रहा है। दुख की बात है कि ऐसे कठिन समय में भी कुछ लोग आपदा में अवसर ढूंढने में लगे हैं और कालाबाजारी या फिर महंगाई बढ़ाने में लगे हैं। सरकार को गंभीर होना होगा।