देहरादून। उत्तराखंड वन विभाग में आए दिन कोई न कोई कारनामा होता ही रहता है कभी अधिकारियों को भ्रष्टाचार के मामलों में हटा दिया जाता है तो कभी ऐसी तैनाती कर दी जाती हैं जो अपने आप मे कई सवाल खड़े कर दिए जाते हैं ऐसा ही वाक्या 2 IFS अधिकारियो के बीच हुआ हैं जिसमे जूनियर को सीनियर का boss बना दिया गया।
उत्तराखंड वन विभाग में एक विसंगति सामने आयी है जिसमें एक कनिष्ठ अधिकारी वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी का ‘साहब’ बन गया है। उत्तराखंड सरकार के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक पराग मधुकर धकाते, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के नवनियुक्त निदेशक नरेश कुमार से वरिष्ठता क्रम में तीन पायदान नीचे हैं। कॉर्बेट निदेशक भारतीय वन सेवा के 1999 बैच के अधिकारी हैं, जबकि उनके रिपोर्टिंग अधिकारी उनसे तीन बैच जूनियर हैं। इस स्थिति पर उत्तराखंड वन विभाग के प्रमुख विनोद कुमार सिंघल ने कहा कि यह प्रकरण उत्तराखंड सरकार के संज्ञान में है और इसे जल्द ठीक कर लिया जाएगा।
कॉर्बेट निदेशक भारतीय वन सेवा के 1999 बैच के अधिकारी हैं, जबकि उनके रिपोर्टिंग अधिकारी उनसे तीन बैच जूनियर हैं।इस स्थिति पर उत्तराखंड वन विभाग के प्रमुख विनोद कुमार सिंघल ने कहा कि यह प्रकरण उत्तराखंड सरकार के संज्ञान में है और इसे जल्द ठीक कर लिया जाएगा।