विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : सनातनी धर्म के हिंदूवादी युवा नेता गगन काबोज ने कांग्रेस के मेयर पद के एक संभावित उम्मीदवार द्वारा चंदन और भगवे पर किए गए कटाक्ष पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी ही प्रतिक्रिया यदि वे गोल और जालीदार टोपी के प्रति व्यक्त करें तो उन्हें अपने राजनीतिक वजूद का पता चल जाएगा। कांबोज ने कहा है कि कांग्रेस और उसके नेताओं द्वारा सनातन धर्म का हमेशा जो अपमान किया गया है। वह अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जिस सनातन धर्म का भगवा आज पूरे विश्व में बुलंद है। वह देश और प्रदेश के साथ-साथ काशीपुर में भी बुलंद रहा है और रहेगा।
प्रेस को जारी एक बयान में युवा सनातनी नेता गगन कांबोज ने कहा है कि इस देश की जनता ने हमेशा कांग्रेस द्वारा किए गए सनातनी धर्म का अपमान सहा है लेकिन अब कांग्रेस और उसके नेताओं को समझ जाना चाहिए की सनातनी समाज जागरूक हो चुका है और इस सनातनी धर्म ने कांग्रेस को जिस रसातल में पहुंचा दिया है। उससे कांग्रेस और उसके नेताओं को सबक सीखना चाहिए। कांग्रेस के नेता सनातनी धर्म के विरोध में तो बहुत बोलते हैं मगर उनके अंदर गोल जालीदार और बड़ी टोपी के विरुद्ध बोलने की हिम्मत ही नहीं है।
गगन कांबोज ने कहा कि कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार जिस संविधान की बात करते हैं, उन्हें शाहबानो प्रकरण, राहुल गांधी द्वारा अपनी ही कैबिनेट के फैसले को फाड़ने और इंदिरा गांधी द्वारा संविधान के प्रति सम्मान की सारी मर्यादाओं को इमरजेंसी लगाकर तार-तार करने का संज्ञान लेना चाहिए। कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार को संज्ञान लेना चाहिए कि सिर तन से जुदा करने का नारा लगाने वालों को कांग्रेस ही संरक्षण देती आई है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जो संभावित उम्मीदवार संविधान की दुहाई दे रहे हैं, उन्हें बताना चाहिए कि जब संविधान सबके लिए बराबर है तो फिर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड क्यों? इस प्रश्न का जवाब देने के बाद ही उन्हें संविधान द्वारा सभी वर्गों को समान अधिकार देने की बात कहने का अधिकार है। जो कांग्रेस सभी धर्म के सम्मान की बात करती है वह देश में सिखों के सामूहिक नरसंहार को कैसे छुपा सकती है।
कांबोज ने कहा कि काशीपुर में भगवा लहराया है और लहराएगा। जहां तक कांग्रेस का सवाल है उसे पता होना चाहिए कि वह भगवे के प्रताप के चलते ही चुनाव हारती है और हारती रहेगी।