बाघ ने ली महिला की जान, झाड़ियों में मिला बाघ का शव, वन विभाग फिर से सवालों के घेरे में

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मोहित गोयल
सल्ट (महानाद) : एक महिला की मौत के बाद लगाये गये पिंजरे के के नजदीक एक बाघ मृत पाई गई। वन विभाग ने उसे पोस्टमार्टम के लिए ढेला रेस्क्यू सेंटर भेज दिया।

आपको बता दें कि बुधवार को बाघ ने घास लेने गई महिला पर हमला कर उसकी जान ले ली थी। जिसके बाद बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग के लगभग 20 सदस्यों की टीम घटनास्थल के आसपास गश्त लगाने में जुट गई थी।ई घटनास्थल के नजदीक एक पिंजड़ा भी लगाया गया था, साथ ही चार ट्रैप कैमरे भी मौके पर लगाए गए थे।

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शनिवार को ग्रामीण गोपाल सिंह ने बताया कि सुबह लगभग 6ः30 बजे के आसपास उन्होंने और उनके जेठु वीरेंद्र सिंह ने सबसे पहले बाघ को झाड़ियों के बीच बैठा हुआ देखा था जिस पर उन्होंने तपस्या रिजॉर्ट में रुके वनकर्मियों को इसकी सूचना दी कि बाघ यहां झाड़ियों में बैठा हुआ है। जिस पर वनकर्मियों ने कहा कि बाघ के नजदीक नहीं आना है। हमने इसे पिंजरे में बेहोशी का इंजेक्शन दिया है और इसके बेहोश होने के बाद हमने इसे बाहर निकाल दिया है, ताकि यहां पर ग्रामीण ना आएं। लेकिन सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर जब टाइगर पिंजरे में आ गया था तो उसे बेहोश कर के बाहर झाड़ियों में क्यूँ रखा गया?

जब ग्रामीणों की भीड़ वहां इकट्ठा होने लगी तो बाद इसके रेंजर विक्रम सिंह कैड़ा ने पुलिस फोर्स को मौके पर बुलाया। एसडीओ जगमोहन सिंह और मोहान रेंज के रेंजर गंगाशरण तुरंत वनकर्मियों के साथ पहुंचे। उनके साथ में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की भी एक टीम थी।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बाघ पिंजरे से मात्र 4 या 5 मीटर की दूरी पर पड़ा हुआ था। कुछ वनकर्मी बाघ के नजदीक गए और उसे देखने के बाद उन्होंने ड्रोन कैमरे से भी देखा। जिसके बाद वन विभाग की टीम फीमेल बाघ को रेस्क्यू करके उसके पोस्टमार्टम के लिए ढेला रेस्क्यू सेंटर ले गयी।

वहीं, इस सारे घटनाक्रम के दौरान सभी वन कर्मी व वन अधिकारी मीडिया से दूरी बनाते रहे।

इससे पूर्व बुधवार को झड़गाँव के तोक मल्ला तया निवासी यशवंत सिंह की पत्नी कमला देवी घर के नजदीक ही घास लेने के लिए गई हुई थी। लेकिन वापिस नहीं लौटी। पूरा दिन ढूंढने के बाद भी महिला का कुछ पता नहीं चल पाया, जिसकी गुमशुदगी की सूचना पुलिस और वन विभाग दोनों को दी गई। बाघ प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से वन विभाग ने अपने वन कर्मियों को महिला की तलाश में मौके पर भेजा, जिसके बाद बृहस्पतिवार के दिन सुबह महिला के घर से लगभग 300 मीटर की दूरी पर बाघ द्वारा खाया गया महिला का शव बरामद हो गया।

महिला की मौत से आक्रोशित महिला के परिजनों और ग्रामीणों ने बृहस्पतिवार के दिन मरचूला बाजार में पौड़ी नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। जाम खुलवाने तथा ग्रामीणों को समझाने के लिए वन विभाग के सभी अधिकारी, पुलिस प्रशासन, राजस्व प्रशासन और साथ में सल्ट विधायक महेश जीना मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण एक करोड़ रुपए के मुआवजे और घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए बाघ को गोली मारने पर अड़े रहे। बहुत समझाने बुझाने के बाद 6 घंटे बाद जाम खोला गया तथा महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी देवायल भेजा गया।

मामले में जानकारी देते हुए एसडीएम गौरव पांडे ने बताया कि पीड़ित परिवार को नियमानुसार 4 लाख का मुआवजा दिया जाएगा तथा घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी के लिए अपने उच्च अधिकारियों को प्रस्ताव भेजा जाएगा।