देहरादून (महानाद) : उत्तराखंड चुनाव सम्पन्न होते ही ईवीएम हैकिंग का जिन्न एक बार फिर से निकल आया है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) से छेड़छाड़ की आशंका जताई है। रावत का कहना है कि उत्तराखंड में यह नई बात नहीं है। ईवीएम बदलने की घटना को अंजाम दिया जा सकता है। हरीश रावत ने कहा कि उन्हें ऐसे इनपुट भी मिले हैं। इसलिए पहले से ही कांग्रेस ईवीएम पर अपनी नजर बनाए रखेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी जानकारी मिली है कि अलीगढ़ में ताले बनवाए जा रहे हैं, जिनको स्ट्रॉन्ग रूम में लगवाया जा रहा है। इनकी पहचान आसानी से हो सकती है। क्योंकि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भाजपा जिस स्थिति में है, उससे यह कतई इंकार नहीं किया जा सकता कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है या ईवीएम को बदला भी जा सकता है.
हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस नेता पोस्टल बैलट को फाड़ने की भी आशंका है जता रहे हैं। यही नहीं, उनका कहना है कि पोस्टल बैलट को बदला भी जा सकता है।
रावत ने कहा कि विधानसभा चुनाव के परिणामों को लेकर भाजपा डरी हुई है और इस तरह की सूचना है कि ईवीएम से छेड़छाड़ हो सकती है, क्योंकि भाजपा सरकार में कुछ भी मुमकिन है।
उधर, उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अपने सभी जिलाध्यक्षों को स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश जारी किए हैं।
वहीं, हरीश रावत के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट ने कहा कि कांग्रेस को भारत की तकनीक पर भरोसा नहीं है। यह कांग्रेस की पुरानी आदत है कि जहां कांग्रेस चुनाव जीते, वहां इवीएम ठीक, जहां हारी वहां इवीएम में गड़बड़ी। भट् ने कहा कि कांग्रेस को अपने सरकार बनाने वाले दावे पर भी भरोसा नहीं है।