देहरादूनः उत्तराखंड में सूरज का चढ़ता पारा लोगों को सता रहा है। गर्मी का प्रकोप चरम पर पहुंच गया है। राज्य में चढ़ते पारे ने 10 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। तेज धूप के साथ लू के थपेड़े बेहाल कर रहे हैं। मैदानी इलाकों में पारा 41 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, जो कि सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है। इस बीच अभी गर्मी से राहत की उम्मीद कम है। मौसम विभाग ने राज्य में हीट वेव का येलो अलर्ट जारी किया है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की अपील की गई है।
लू को लेकर चेतावनी जारी
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार मौसम विभाग ने गढ़वाल मंडल के जिलों में हीट वेव को लेकर येलो अलर्ट (Yellow alert in Uttarakhand) जारी किया है। बताया जा रहा है कि अगले कुछ दिन प्रदेश में मौसम शुष्क बना रह सकता है। ऐसे में मैदानों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक और पर्वतीय क्षेत्रों में 30 डिग्री सेल्सियस से अधिक रह सकता है। मैदानी इलाकों में लू को लेकर चेतावनी जारी की गई है। ऐसे में देहरादून समेत तमाम मैदानी इलाकों में जनजीवन प्रभावित हो गया है।
लू लगने का खतरा
वहीं तेज गर्मी से लोगों को लू लगने का खतरा बढ़ गया है, इसलिए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। लू लगने का सबसे ज्यादा खतरा वृद्ध, गर्भवती और नवजात शिशुओं को रहता है। इसके अलावा लू से अन्य लोगों को भी खतरा रहता है। लू से बचाव का एक मात्र तरीका सावधानी रखना है।
लू से बचाव के तरीके
गर्मी में धूप में बाहर जाते समय हमेशा सफेद या हल्के रंग के ढीले कपड़ों का उपयोग करें। बिना भोजन किए घर से बाहर न निकलें। गर्दन का पिछला भाग, कान व सिर को गमछे या तौलिए से ढंककर ही धूप में निकलें। रंगीन चश्मे व छतरी का प्रयोग करें। पानी ज्यादा पीएं। धूप में ज्यादा देर तक खड़े होकर व्यायाम, मेहनत या अन्य कार्य न करें। ज्यादा भीड़ वाली जगह,गर्म घुटन भरे कमरों, रेल, बस में यात्रा कम से कम करें।
10 साल में यह पहला मौका
मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में फिलहाल बारिश के आसार नहीं हैं। अगले कुछ दिन भीषण गर्मी बरकरार रह सकती है। मैदानों में लू चलने को लेकर चेतावनी जारी की गई है। बताया जा रहा है कि ज्यादातर इलाकों में अधिकतम पारा रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया। मैदानी इलाकों में बीते 10 साल में गुरुवार सबसे गर्म दिन रहा। 10 साल में यह पहला मौका है जब जून में तापमान 41 डिग्री के पार पहुंचा है।इससे पहले वर्ष 2012 में पारा 42 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया था।