रामनगर : इज्जत पर डाला हाथ तो पति-पत्नी ने मिलकर कर दी नरेश की हत्या

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सलीम अहमद
रामनगर (महानाद) : पुलिस ने बीते दिनों हुई हत्या का खुलासा करते हुए 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

बता दें कि दिनांक 14.07.22 को पटरानी जंगल, हल्का चौकी मालधन क्षेत्र में एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया। शव के पास ही एक मोटर साइकिल भी खड़ी थी। मोटर साइकिल के नम्बर से उक्त व्यक्ति की शिनाख्त नरेश पुत्र विजेन्द्र सिंह निवासी कटारमल, पोस्ट रसूलाबाद, अफजलगढ़ जिला बिजनौर के रुप में हुयी। उक्त सम्बन्ध में मृतक के चचेरे भाई वादी राजकुमार पुत्र महेन्द्र सिंह की तहरीर पर रामनगर कोतवाली में धारा 302/201 के तहत रेखा पत्नी मृतक, बहादुर सिंह ससुर मृतक, जस्सो देवी सास मृतक, शेर बहादुर, पप्पू साला मृतक, अर्जुन पुत्र चोम सिंह निवासीगण ढेला रामनगर जिला नैनीताल पंजीकृत कर मामले की जांच एसआई प्रेम राम विश्वकर्मा सुपुर्द की गयी।

मामले के खुलासे के लिए सीओ रामनगर बलजीत सिंह भाकुनी के आदेश दिनांक 22.08.2022 द्वारा उक्त विवेचना अरुण कुमार सैनी प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रामनगर के सुपुर्द की गयी। दौराने विवेचना उक्त अभियोग में नामजद किसी भी अभियुक्त का घटना में सम्मिलित होना नहीं पाया जाने पर उपरोक्त सभी 06 अभियुक्तों का नाम विवेचना से पृथक करते हुए अभियुक्त में अज्ञात अभियुक्तों की तलाश हेतु लगातार पतारसी सुरागरसी की गयी तो घटना में बसन्ती देवी तथा गोपाल सिंह के घटना में सम्मिलित होने की बता प्रकाश में आयी। तब दोनों अभियुक्तों बसन्ती देवी तथा गोपाल सिंह को पूछताछ हेतु बुलाया गया। प्रारम्भ में दोनों अभियुक्त घटना में अपनी संलिप्तता से इन्कार करते रहे। परन्तु सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने नरेश की हत्या कर उसके शव को कारगिल के जंगल में फेंकने की बात स्वीकार की।

अभियुक्तगणों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया कि बसन्ती देवी गोपाल सिंह की दूसरी पत्नी है। बसन्ती देवी ने अपने पहले पति राजेन्द्र थापा की मौत के बाद गोपाल सिंह से शादी कर ली तथा उसके साथ कुम्भगडार में रहने लगी। मृतक नरेश बसन्ती देवी की बहन जस्सो देवी पत्नी रण बहादुर निवासी ढेला, रामनगर की लड़की रेखा का पहला पति था। रेखा ने 2 साल पहले नरेश को छोड़कर बाजपुर में किसी से दूसरी शादी कर ली थी। रेखा से अलग होने के बाद भी नरेश कभी कभार ढेला व पटरानी आता रहता था। घटना वाले दिन नरेश कच्ची शराब के तीन पाउच लेकर गोपाल सिंह के घर कुम्भगडार आया था। तब गोपाल सिंह घर के पीछे खेत में काम कर रहा था।

नरेश के आने के थोड़ी देर बात गोपाल सिंह भी घर पर आया और बसन्ती देवी, गोपाल सिंह व नरेश कुमार तीनों ने चुल्हे के पास बैठकर एक साथ शराब पी। शराब पीने के बाद गोपाल सिंह वापस खेत में काम करने चला गया। बसन्ती देवी को अकेला देखकर नरेश ने बुरी नियत से उसे पीछे से पकड़ लिया और सलवार का नाड़ा खींचने लगा। तब बसन्ती देवी ने उसे धक्का दिया तो वह जमीन पर गिर गया। बसन्ती देवी के चिल्लाने की आवाज सुनकर गोपाल सिंह भी वापिस आ गया और फिर गोपाल सिंह व बसन्ती देवी दोनों ने दुपट्टे से नरेश का गला घोंट दिया। लेकिन फिर भी उसकी थोड़ी सांसें चल रही थीं तो गोपाल सिंह ने गुस्से में हाथ से उसका टेंटुआ दबा दिया तथा दुपट्टा अपनी झोपड़ी में चारपाई के नीचे बक्से में रख दिया।

नरेश के मरने के बाद गोपाल सिंह वन विभाग चौकी कुम्भगडार के पास खड़ी नरेश की मोटर साइकिल लेकर आया तथा घर के बाहर मोटर साइकिल खड़ी कर दी। फिर दोनों नरेश को अपने आंगन से खींचते हुए मोटर साइकिल तक लाये तथा उसे मोटर साइकिल पर बैठाया। उसके बाद गोपाल सिंह मोटर साइकिल पर आगे बैठा तथा बसन्ती देवी नरेश को पकड़ कर पीछे बैठ गयी। फिर गोपाल सिंह नरेश को लेकर मोटर साईकिल चलाकर वन विभाग की चौकी कुम्भगडार होते हुए जंगल के रास्ते से कारगिल की तरफ ले गये तथा नाले के पार कलावती के घर से थोड़ा पहले उसे कारगिल जाने वाले कच्चे रास्ते पर मोटर साइकिल से उतार कर उबड़ खाबड़ जगह पर रख दिया। नरेश की मोटर साइकिल भी उसके पास ही खड़ी कर दी ताकि लोगों को लगे कि ये शराब पीकर लेटा है। नरेश का मोबाइल भी उन्होंने वहीं झाड़ियो में फेंक दिया था। उसके बाद दोनों अपने घर कुम्भगडार वापिस आ गये।

अभियुक्तगणों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त दुपट्टा उनके घर से बरामद कर लिया गया। अभियुक्तगणों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। घटना का सफल अनावरण करने पर एसएसपी नैनीताल पंकज भट्ट द्वारा घटना का अनावरण करने वाली टीम को 5000 रुपये के नकद पुरुस्कार की घोषणा की है।

पुलिस टीम में कोतवाल अरुण कुमार सैनी, एसआई अनीश अहमद, कश्मीर सिंह, हे.कां. नन्दन सिंह नेगी, सुभाष चौधरी, कां. जयवीर सिंह, अशोक कम्बोज, गगन भण्डारी, हेमन्त सिंह, राजेश कुमार, होम गार्ड निर्मला चौधरी, कां. अनिल गिरी शामिल थे।