हिंदी और दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत उत्तराखंड की यात्रा पर है। बुधवार को वह जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पर उतरे वहां से वह सीधे ऋषिकेश पहुंचे हैं। देर शाम उन्होंने दयानंद आश्रम में मां गंगा की आरती की। आश्रम प्रबंधक गुदानंद रयाल के मुताबिक रजनीकांत ने आश्रम में रात्रि विश्राम किया और गुरुवार यानी आज सुबह बद्रीनाथ धाम के लिए रवाना हो गए।
-दयानन्द आश्रम एक नजर
प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी के आध्यात्मिक गुरु दयानन्द गिरी के नाम से शीशमझाड़ी ऋषिकेश मे दयानन्द आश्रम स्थित है। 2015 मे प्रधानमंत्री अपने आध्यात्मिक गुरु की तबियत बिगड़ने पर उनसे मिलने पहुंचे थे। बता दें कि दयानन्द आश्रम मे वेदांत के रहस्यो, योग, आधात्मिक शांति एवं शिक्षक के लिए लोग देश विदेश से यंहा पहुंचते हैं। यही नहीं सेलिब्रेटियों का भी यंहा अक्सर आना जाना बना रहता है। गंगा तट पर स्थित इस आश्रम की सुंदरता देखने से ही बनती है। गंगा तट पर गंगा आरती करने के लिए देश विदेश की तमाम हस्तियां यंहा के वातावरण से अभीभूत हैं। यंहा विराट, अनुष्का, नवजोत सिंह सिद्धू, जैसी शख्सियतो का भी आगमन बना रहता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ़िल्म स्टार रजनीकांत का यंहा से गहरा नाता है। अपनी धार्मिक यात्रा के दौरान वह दयानन्द आश्रम मे एक दिन का प्रवास जरूर करते हैं।
गौरतलब है कि स्वामी दयानंद सरस्वती का जन्म 1930 में तमिलनाडु के थिरुवरूर जिले के मंजाकुट्टी गांव में हुआ था। इन्हें स्वामी दयानंद गिरी के नाम से भी जाना जाता है। वे शंकर परंपरा के योग, वेदांत और योग के शिक्षक के रूप में दुनिया भर में प्रसिद्ध थे। उन्होंने पांच दशक तक देश और दुनिया में योग और वेदांत की शिक्षा दी। ऋषिकेश में गंगा नदी के किनारे जहां आश्रम है, वहां स्वामी दयानंद सरस्वती ने 1964 में रहना शुरू किया था। बाद में उन्होंने इसी जगह पर 1969 में आश्रम की स्थापना की। उनका निधन 23 सितंबर 2015 मे जोलीग्राट अस्पताल मे हो गया था। जिसके बाद उनका समाधी स्थल आश्रम के प्रांगण मे ही बनाया गया है।