लखनऊ (महानाद) : यूपी में 2022 से पहले कैबिनेट विस्तार के जरिए बीजेपी ने प्रदेश में सोशल इंजीनियरिंग का फॉर्मूला लगा दिया है। योगी आदित्यनाथ सरकार के कैबिनेट विस्तार में ब्राह्मण, एससी, ओबीसी समुदाय से चेहरों को शामिल किया गया है। 7 नए मंत्रियों में एक महिला को भी जगह दी गई है।
कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए जितिन प्रसाद ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली है। जितिन भारत की राजनीति में पहचान रखने वाली शाहजहांपुर की प्रसाद फैमिली के सदस्य हैं। माना जा रहा है कि भाजपा ने ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जितिन को कैबिनेट में जगह दी है। जितिन के बाद बरेली की बहेड़ी विधान सभा से विधायक क्षत्रपाल गंगवार ने शपथ ली। बलरामपुर यूपी सदर सीट से 2017 में पहली बार विधायक बने पलटू राम को भी राज्यमंत्री की शपथ दिलाई गई है।
पेशे से अध्यापक 2017 में गाजीपुर विधान सभी सीट से जीतने वालीं पिछड़ी जाति की विधायक संगीता बलवंत ने भी राज्य मंत्री की शपथ ली। संगीता बिंद लेखन और सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं। सोनभद्र की ओबरा सीट से पहली बार विधायक बने संजय गौड़ और मेरठ की हस्तिनापुर से पहली बार 2017 में विधायक बनने वाले दिनेश खटीक को भी राज्य मंत्री बनाया गया.
हाथरस के बहरदोई के रहने वाले एमएलसी धर्मवीर प्रजापति को भी योगी मंत्रिमंडल में जगह मिली है। इससे पहले इन्हें माटी कला बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया था। 2002 में यूपी बीजेपी पिछाड़ा वर्ग मोर्चा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
यूपी मंत्रिमंडल विस्तार में शपथ लेने वाले मंत्री –
1) जितिन प्रसाद (शहाजहांपुर) – (ब्राह्मण – सवर्ण)
2) संगीता बलवंत बिंद (ग़ाज़ीपुर) – (मल्लाह ओबीसी)
3) धर्मवीर प्रजापति (आगरा) – (कुम्हार – ओबीसी)
4) पलटूराम (बलरामपुर) – (अनुसूचित जाति)
5) छत्रपाल गंगवार (बरेली) – (कुर्मी – ओबीसी)
6) दिनेश खटिक (मेरठ) – (दलित – एससी)
7) संजय गौड़ (सोनभद्र) – (अनुसूचित जनजाति – एसटी)