आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा ने मैदानी जिलों के विकास प्राणिकरणों को भी स्थगित करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा प्रदेश के पर्वतीय जिलों में जिला विकास प्राधिकरण को स्थगित करने की घोषणा के संबंध में काशीपुर से भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा ने कहा कि मुझ पर पर्वतीय एवं मैदानी क्षेत्रों में भेदभाव रखने का आरोप लगाया जाता था, लेकिन इस घोषणा के मायने आज अत्यंत विचारणीय है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस संबंध में उनके द्वारा मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा गया था कि प्रदेश में विकास प्राधिकरण के कारण विकास अवरुद्ध हो रहा है। आम जनमानस को अपना मकान-दुकान बनाने के लिए लंबी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ रहा है। साथ ही इसमें सरकारी फीस के अलावा मनमानी राशि अलग से मांगी जाती है। इस पर बहुत से लोगों को सरकार को बदनाम करने का मौका मिल जाता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने भी पूर्व में मुख्यमंत्री के समक्ष उत्तराखंड के विकास प्राधिकरण को खत्म करने की कई बार मांग की है। उनका कहना था कि विकास प्राधिकरण राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुकूल नहीं है। साथ ही इसमें भ्रष्टाचार की बू आती है। विधायक चीमा ने कहा कि वे चाहते है कि मैदानी जिलों में भी विकास प्राधिकरण स्थगित किया जाए।