आज रात्रि चैती मेला मंदिर के लिए रवाना होगा मां बाल सुंदरी का डोला

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आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए काशीपुर में लगने वाले एतिहासिक चैती मेले को स्थगित कर दिया है। लेकिन माँ बाल सुंदरी देवी का डोला कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए आज रात्रि चैती मंदिर के लिए रवाना होगा जोकि कल सुबह तड़के मंदिर भवन में पहुंचेगा।

बता दें कि आज दोपहर से मां भगवती बाल सुंदरी देवी को पंडा मनोज अग्निहोत्री के आवास पर फूलों एवं पारंपरिक वस्त्रों में सजा कर सार्वजनिक दर्शनों के लिए रखा गया जहां भक्तों ने मां के दर्शन किये। आज रात्रि 12 बजे से पंडा वंश गोपाल, प्रमुख पंडा कृष्ण गोपाल अग्निहोत्री की देखरेख में विधि विधान एवं हवन पूजन के साथ सभी धार्मिक परंपराओं का निर्वहन करते हुए पुलिस की निगरानी में पुलिस के वाहन में रवाना होगा। जहां प्रातः 4 बजे मां बाल सुंदरी की आरती होगी।

विदित हो कि उत्तर भारत के एतिहासिक मेलों में से एक चैती मेले में मां बाल सुंदरी देवी का डोला चैत्र नवरात्रि की सप्तमी और अष्टमी तिथि की मध्यरात्रि को मौहल्ला पक्काकोट स्थित मंदिर से चैती मंदिर के लिए रवाना होता है। इन बार मां की प्रतिमा पुलिस की गाड़ी में रवाना होगी तथा त्रयोदशी और चतुर्दशी यानि कि 25 और 26 अप्रैल की मध्यरात्रि में वापस नगर मंदिर पहुंचेगा।

सहायक पंडा मनोज अग्निहोत्री ने बताया कि मां बाल सुंदरी देवी की यह अकेली प्रतिमा है जो कि बाल रूप में है। मां के चेहरे के दर्शन करने पर एक अबोध बालिका जैसा भोलापन और तेज विराजमान है। साथ ही मां के सिर पर मुकुट है जोकि महालक्ष्मी का प्रतीक है तथा दाएं हाथ में कमल है जो कि मां सरस्वती का प्रतीक है तथा बाएं हाथ में प्याला है जो महाकाली का प्रतीक है। इसलिए मां बाल सुंदरी देवी कि इस प्रतिमा में मां के तीनो रूप विद्यमान हैं। उन्होंने बताया कि मां की प्रतिमा सप्तमी एवं अष्टमी यानी आज मध्य रात्रि नगर मंदिर से शहर से होते हुए चैती मंदिर प्रस्थान करेंगी जहां कल सुबह से मां के भवन में भक्त कोविड नियमों का पालन करते हुए मां के दर्शन कर प्रसाद चढ़ाएंगे। इसके बाद मां का डोला चतुर्दशी तिथि 25 और 26 अप्रैल के दिन वैदिक मंत्रोच्चार के बाद वापिस नगर मंदिर पहुँचेगा।

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