आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : दहेज में 25 लाख रुपये तथा अन्य कीमती सामान न मिलने पर दहेज लोभी ससुरालियों ने अपनी बहू को मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया। पुलिस ने पीड़िता की तहरीर के आधार पर पति सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांज शुरु कर दी है।
मौहल्ला विजय नगर, नई बस्ती निवासी आशी वर्मा पुत्री प्रमोद कुमार वर्मा ने बताया कि वर्ष 2017 की 31 अक्टूबर को उसकी शादी मानपुर रोड निवासी इंडियन ऑयल की रिफाइनरी बनौरी बिहार में मैनेजर के पद पर कार्यरत अंकित गंगवार पुत्र कृष्ण पाल गंगवार के साथ धूमधाम से हुई थी। आशी वर्मा ने बताया कि शादी का कुछ समय तो ठीक-ठाक बीता। लेकिन इसके बाद उसके पति ने दहेज की खातिर उसका बुरी तरह उत्पीड़न करने लगा। उसके उत्पीड़न में देवर विनय गंगवार, ननद अनीता गंगवार तथा ससुर कृष्ण पाल गंगवार भी उसके पति का साथ देने लगे। और जून 2018 में उपरोक्त चारों आरोपियों ने दहेज की खातिर उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया।
पीड़िता के पिता द्वारा जब इसकी शिकायत रिफाइनरी कंपनी के प्रबंध निदेशक से की गई तो आशी के पति ने अपनी गलती स्वीकारते हुए पीड़िता को अपने पास रख लिया। लेकिन कुछ दिन बीतने के बाद एक बार फिर से उपरोक्त आरोपियों ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया। अत्याचार की हद होने पर आशी ने मार्च 2020 में महिला हेल्पलाइन काशीपुर में शिकायत की जिस पर पुलिसकर्मियों द्वारा दोनों पक्षों को बिठाकर फैसला कराते हुए भविष्य में परेशान न करने की हिदायत दी गई। लेकिन कुछ समय बाद आरोपियों ने पुलिस की हिदायत को भी हाशिए पर ला दिया। इस बीच वह अपने पति के साथ बरौनी, बिहार चली गई। लेकिन पीछे से वहां ससुर और देवर भी पहुंच गए। सभी ने मिलकर एक बार फिर से दहेज की खातिर उसका उत्पीड़न करते हुए उसके साथ बुरी तरह मारपीट करना शुरू किया। उससे उसे मायके वालों को दहेज के लिए फ़ोन कॉल करवाएं जाते। उसे कमरे में बंद कर दिया जाता। बाहर निकलने पर जान से मारने की धमकी दी जाती।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि विगत 12 जून को उपरोक्त चारों ने उसके साथ सुबह 9 बजे मारपीट कर पहने हुए कपड़ों में ही घर से निकाल दिया। उसका मोबाइल फोन उसके पति ने छीन लिया। उसके सभी मूल शैक्षिक दस्तावेज भी जला डाले। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि दहेज के लिए इन लोगों ने उसकी जिंदगी बर्बाद कर डाली।
पुलिस ने पीड़िता आशी गंगवार की तहरीर के आधार पर सभी चारों आरोपियों के विरुद्ध दहेज उत्पीड़न की विभिन्न धाराओं में अभियोग दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।