‘महानाद’ के सवालों से बचते नजर आये हड़ताली बैंककर्मी
विकास अग्रवाल/आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : उत्तरांचल बैंक इम्प्लॉइज यूनियन के बैनर तले विभिन्न मांगों को लेकर बैंककर्मियों कि हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी रही। बैंककर्मियों ने नगर की विभिन्न सड़कों पर जुलूस निकालकर विरोध जताते हुए केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वक्ताओं ने कहा कि मोदी कौन होते हैं बैंक को बेचने वाले, इसका फैसला केवल जनता करेगी।
वक्ताओं ने कहा कि बैंकों के निजीकरण और उनको बेचने के विरोध में देश के लगभग 15 लाख बैंक कर्मियों ने इस हड़ताल में भाग लिया। बैंककर्मियों ने कहा कि सरकार की इस नीति से बैंक कर्मियों के सेवा सुरक्षा व पेंशन को खतरा है। उन्होंने यह भी कहा कि जनता की मेहनत की कमाई को सरकार दोनों हाथों से लुटा रही है।
वहीं उन्होंने आरोप लगाये कि मोदी सरकार उन कारपोरेट्स को बैंकांे को बेचना चाहती है जिन्होंने बैंकों के करोड़ों रुपये हड़प लिये और मोदी सरकार न उनका सब कर्जा माफ कर दिया।
जब हड़ताल कर रहे बैंककर्मियों से ‘महानाद’ द्वारा पूछा गया कि इन कारपोरेट्स को करोड़ों का कर्जा बैंकों ने दिया था या मोदी सरकार ने तो उन्होंने कहा कि बैंकों ने। फिर उनसे पूछा गया कि उन कारपोरेट्स के पैसे वसूलने की जिम्मेदारी किसकी थी। सरकार की या बैंकों की। तो वे प्रश्नों का गोलमोल जबाव देते नजर आये। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने उनका कर्जा माफ कर दिया।
यहां सोचनीय प्रश्न है कि चूंकि ये सरकारी बैंक हैं तो इन्होंने जो कर्जा कारपोरेट्स को दिया तब सरकार से नहीं पूछा। फिर जब बैंक डूब रहे हैं तो सरकार से मदद चाहते हैं। कारपोरेट्स से कर्ज वसूल नहीं पाये तो उसकी जिम्मेदारी सरकार पर डाल दी। अगर सरकार ने उनका कर्ज माफ किया भी है ;हांलाकि ये केवल अभी तक आरोप ही हैं या सही बात है इसका पता नहीं हैद्ध तो इससे बैंकों को क्या नुकसान हुआ। यदि यही बैंक प्राइवेट होते तो इनके द्वारा बांटे गये कर्जाे की जिम्मेदारी सरकार की नहीं होती और प्राइवेट प्रबंधन ने वह पैसा इसके लिए जिम्मेदार लोगों से वसूल लिया होता।
प्रदर्शन करने वालों में ललित तिवारी, सत्यपाल शर्मा, सुभाष शर्मा, कैलाश गोस्वामी, स्वतंत्र मेहरोत्रा, रोबिन कुमार, अर्पित सिंह, मयंक रैना, सुन्दर लाल, वीरेन्द्र सिंह रावत, विकास रुहेला, दिग्विजय सिंह, डीएस बिष्ट, रितेश कुमार, नवीन आर्य, मुदित जोशी, ज्योति पांडे, अजय आर्य, अफसर अली, गौरव सिंह, मनोज खुल्बे, हर्षित अग्रवाल, विनीत कुमार आदि शामिल रहे।