जोधपुर (महानाद) : मुख्यमंत्री अशोक गहलौत के गृह नगर में एक एसडीएम को वर्तमान सरकार के पूर्व सांसद की तारीफ करना भारी पड़ गया। एसडीएम का बयान सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने उनकी जमकर फटकार लगा दी।
बता दें कि पाली लोकसभा क्षेत्र के भोपालगढ़ में एक मीटिंग के दौरान एसडीएम हवाई सिंह यादव ने कहा कि वर्तमान भाजपा सांसद पीपी चौधरी क्षेत्र में नजर ही नहीं आते हैं। जबकि पूर्व कांग्रेस सांसद बद्रीराम जाखड़ हमेशा जनता के बीच में मौजूद रहते हैं। देखते ही देखते एसडीएम का यह वीडियो वायरल हो गया।
वहीं, जोधपुर जिला मुख्यालय के डीआरडीओ हाल में केंद्रीय योजनाओं की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक चल रही थी। बैठक में जिला कलेक्टर से लेकर सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे। उसी दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एसडीएम हवाई सिंह यादव से पूछ लिया कि उन्होंने सांसद पीपी चौधरी के बारे में ऐसा बयान किसके इशारे पर दिया। जवाब में एसडीएम हवाई सिंह ने कहा कि इंटेंसली ऐसा कुछ नहीं कहा था। इसके बाद सांसद ने कहा इतनी चमचागिरी करनी है तो कांग्रेस जॉइन कर लो।
जोधपुर जिला विकास एवं समन्वय निगरानी समिति ‘दिशा’ की यह पहली बैठक थी। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक शुरू होते ही पाली सांसद पीपी चौधरी ने एसडीएम यादव से सवाल करना शुरू किया ही था कि शेखावत ने उन्हें रोकते हुए बोलना शुरू किया। शेखावत ने कहा कि पब्लिक के बीच सांसद को पासिंग मार्क्स दे रहे हो। फिर भी नौकरी कर रहे हो। एक सांसद पर टिप्पणी करने का अधिकार किसने दिया? क्या आप सांसद का हाजरी रजिस्टर लेकर घूमते हो? पद पर बने रहने की लालसा में ऐसे बोलते हो। उन्होंने एसडीएम से कहा कि सरकारें स्थाई नहीं होती। यह सरकार भी बदल जाएगी। तुमको बीस साल नौकरी करनी है। अधिकारी हो तो संविधान के अनुसार कार्य करो। अधिकारी किसी पार्टी का नहीं होता।
वहीं, भाजपा सांसद पीपी चौधरी ने कहा कि तुमने हमारी सिविल सर्विस को जबरदस्त अंडरएस्टीमेट किया। हमारी सिविल सर्विस ऐसी नहीं है। इनकी निष्ठा संविधान के प्रति होती है। वे इसी बात की शपथ भी लेते है। आपकी निष्ठा किसी पार्टी के प्रति है क्या? यदि तलवे चाटने का इतना ही शौक हो तो नौकरी छोड़ो और पार्टी जाॉइन करो। उन्होंने कलेक्टर हिमांशु गुप्ता से कहा कि ऐसे लोगों को नौकरी में रहने का अधिकार नहीं है। इसे हटा दिया जाना चाहिये। कलेक्टर ने कहा कि इसके खिलाफ जांच करवा ली जाएगी। इस पर चौधरी ने कहा कि जांच पूरी होने तक इसे सस्पेंड कर दिया जाए। इस दौरान एसडीएम यादव माफी मांगते नजर आए।