देहरादून: उत्तराखंड के छात्र-छात्राओं के लिए राहत भरी खबर है। यूजीसी ने विषय भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित पूर्वोत्तर के विवि से संबद्ध कालेजों में इस साल एडमिशन को बड़ी राहत दी है। इस साल इन कालेजों में दाखिले के इच्छुक अभ्यर्थियों को कामन यूनिवर्सिटी एन्ट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) नहीं देना होगा। उन्हें मेरिट के आधार पर एडमिशन मिल जाएगा। हालांकि एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विवि के अपने तीन परिसर बिड़ला परिसर श्रीनगर गढ़वाल, टिहरी व पौड़ी परिसरों में कामन यूनिवर्सिटी एन्ट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) व्यवस्था लागू होगी। आवेदन की अंतिम तिथि फिलहाल 22 मई तक निर्धारित है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार यूजीसी की ओर से एक पत्र जारी किया गया है। जिसके मुताबिक इन विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों में इस साल पूर्व की व्यवस्था के तहत स्नातक व स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष में दाखिले होंगे। यूजीसी के इस पत्र के बाद केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय से संबद्ध डीएवी पीजी कालेज, डीबीएस, एमकेपी, एसजीआरआर पीजी कालेज सहित जितने भी प्राइवेट पैरामेडिकल व अन्य गढ़वाल विवि से संबद्ध कालेज हैं, सभी में पूर्व की व्यवस्था के तहत दाखिले होंगे। इनमें से किसी भी कालेज में सीयूईटी परीक्षा की जरूरत नहीं है। इन कालेजों में दाखिले के इच्छुक अभ्यर्थियों को कामन यूनिवर्सिटी एन्ट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) नहीं देना होगा। केवल मेरिट के आधार पर ही प्रवेश मिल जाएगा। हालांकि, यह छूट सिर्फ इस वर्ष के लिए है।
बताया जा रहा है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इस साल से देशभर के सभी 46 केंद्रीय विश्वविद्यालयों और उनसे संबद्ध कालेजों में स्नातक व स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए कामन यूनिवर्सिटी एन्ट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) लागू किया था। यह परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित की जानी है। इसके लिए इच्छुक अभ्यर्थी को एनटीए के पोर्टल पर आनलाइन आवेदन करना है। आवेदन करने की अंतिम तिथि फिलहाल 22 मई तक निर्धारित है।