मोहित गोयल
सल्ट (महानाद) : उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में जातिवाद कितना हावी है यह बात यहाँ एक गांव में हुए जघन्य हत्याकांड से साबित होती है। अल्मोड़ा जनपद के तहसील भिक्यासैण के ग्राम पंचायत पनुवाधोखन में दलित नेता जगदीश चंद्र की हत्या कर दी गई। जगदीश चंद्र उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी से दो बार सल्ट विधानसभा से चुनाव लड़ चुके थे। उनका गुनाह सिर्फ इतना था कि वह दलित जाति से था और उसने एक गैर बिरादरी की सवर्ण युवती से विवाह किया, जो इस समाज में रहने वाले कुपोषित बुद्धि के लोगों को पसंद नहीं आया, जिसकी वजह से युवती के परिजनों ने युवक की हत्या कर दी।
बता दें कि जगदीश चंद्र ने विगत 21 अगस्त को गैराड़ मंदिर में भिक्यासैण तहसील के बेल्टी निवासी एक सवर्ण जाति की युवती से प्रेम विवाह किया था। इसके बाद उसने अपनी हत्या की आशंका को देखते हुए अल्मोड़ा एसएसपी से सुरक्षा भी मांगी थी। लेकिन शादी के लगभग सप्ताह भर बाद जगदीश का अपहरण कर उसे मौत के घाट उतार दिया गया।
विदित हो कि विवाह से पूर्व लड़की अपने सौतेले पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह के साथ रहती थी। एक दलित युवक से शादी करना लड़की के सौतेले भाई और पिता को बिल्कुल रास नहीं आया। जिस वजह से उन्होंने जगदीश चंद्र की हत्या कर दी। हत्या करने के बाद हत्यारे जगदीश चंद्र के शव को ठिकाने लगाने के इरादे से जा रहे थे तभी पुलिस व राजस्व विभाग टीम को मिली सूचना के बाद उन्होंने भिक्यासैण सिनार मोटर मार्ग के पटवारी क्षेत्र डोब में एक मारुति वैन से जगदीश की लाश के साथ युवती के मां, पिता व भाई को गिरफ्तार कर लिया।
तहसीलदार निशा रानी ने बताया कि तीनों अभियुक्तों जोगा सिंह, भावना देवी एवं गोविंद सिंह ने अपना जुर्म कबूल लिया है। तीनों अभियुक्तों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।