मोक्ष की आकस्मिक मृत्यु पर विद्यालय परिवार भी है अत्यंत दुःखी : विमला गुड़िया

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आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : पंडित गोविंद बल्लभ पंत इंटर कॉलेज प्रबंध कार्यकारिणी की अध्यक्ष विमला गुड़िया ने प्रेस को जारी बयान में कॉलेज के कक्षा 8वीं के छात्र मोक्ष की मृत्यु पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि मोक्ष की आकस्मिक एवं प्राकृतिक मृत्यु पर विद्यालय परिवार अत्यंत दुःखी है।

प्रबंध कार्यकारिणी की अध्यक्ष विमला गुड़िया ने कहा कि पंडित गोविंद बल्लभ पंत इंटर कॉलेज में कक्षा 8 में पढ़ने वाले छात्र मोक्ष गुप्ता के विषय में जो भी आरोप मोक्ष गुप्ता के पिता विद्यालय के खिलाफ लगा रहे हैं वे सरासर गलत हैं। 14 नवम्बर, 2022 को बाल दिवस के उपलक्ष में सभी कक्षाओं में बच्चों के मनोरंजन हेतु अंताक्षरी और कुछ खेल आदि प्रतियोगिताएं कराई जा रही थी। मोक्ष भी काफी खुश था और जिस शिक्षिका के ऊपर उसको पीटने का आरोप लगाया जा रहा है। उस शिक्षिका के द्वारा उसके साथ गीत भी गाया गया। जिस कक्षा में मोक्ष बैठा था उस कक्षा में सीसीटीवी कैमरा लगा है। सुबह से लेकर 12ः20 तक की रिकॉर्डिंग पुलिस प्रशासन को दे दी गई है, जिसमें यह साफ दिख रहा है कि विद्यालय में अध्यापकों के द्वारा शिक्षण कार्य न कराकर विद्यार्थियों के मनोरंजन के कार्य कराए जा रहे हैं तथा बाल दिवस मनाया जा रहा है।

मोक्ष गुप्ता

उन्होंने बताया कि सीसीटीवी रिकॉर्डिंग में छात्र मोक्ष गुप्ता को 12ः20 पर इंटरवेल की घंटी लगने के बाद कक्षा में रिकॉर्डिंग में देखा जा सकता है। उसके बाद उसको ऊपर गैलरी में लगे कैमरे तथा मैदान में लगे कैमरे में भी देखा गया है। मिड डे मील लेने के लिए लाइन में लगा है। तभी अचानक चक्कर खाकर वह गिर जाता है। जिस अध्यापिका को उस को पीटने का आरोप लगाया जा रहा है वे अध्यापिका उस समय मिड डे मील की किचन में थी। छात्र-छात्राओं द्वारा उनको उसके गिरने की सूचना दी जाती है तो वह तुरंत 12ः28 पर उसके पिता को फोन करती हैं कि आपका बेटा चक्कर खाकर गिर गया है। आप विद्यालय आ जाइए उसके बाद उस बच्चे को चीनी खिलाकर तथा पानी पिलाकर होश में लाने का प्रयास किया गया साथ ही उसको अस्पताल ले जाने की व्यवस्था प्रारंभ कर दी गई थीं। छात्र मोक्ष गुप्ता के पिता को 12ः28 पर सूचना देने के 2 मिनट बाद ही 12ः30 पर उसको विद्यालय के गेट पर लगे कैमरे पर उसके पिता के सुपुर्द करते हुए देखा जा सकता है। अतः उनका यह कहना कि उनका बच्चा जब वे पहुंचे तो उसके पास कोई अध्यापक नहीं था और मेज के नीचे लेटा हुआ था तथा उसकी 2 घंटे पहले मृत्यु हो गई थी, निराधार है। छात्र को अस्पताल ले जाने में विद्यालय प्रशासन द्वारा कोई भी देरी नहीं की गई।

उन्होंने कहा कि घटना के लगभग 1 घंटे बाद मोक्ष के पता विद्यालय में आकर कहते हैं कि मेरे बच्चे को मार दिया। ऐसा कहना उचित नहीं है। क्योंकि जब इनको बच्चे को सौंपा गया है तो बच्चा उस समय जीवित था। उसके बाद विद्यालय द्वारा पुलिस को सूचित कर दिया गया तथा काशीपुर के एसपी अभय कुमार सिंह तथा सीओ वन्दना वर्मा द्वारा बच्चों से बात की गई तथा बच्चों ने उनको यह जानकारी दी कि मोक्ष गुप्ता अपने आप ही चक्कर खाकर गिरा था तथा टीचर द्वारा बहुत ही तत्परता से उसको अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की गई थी। साथ ही पुलिस को सीसीटीवी की डीवीआर भी सौंप दी गई है, जिसमें सारी घटना रिकॉर्ड है।

उन्होंने बताया कि 12ः30 बजे बच्चे को कक्षा अध्यापिका द्वारा गेट से बाहर ले जाया जा रहा था तभी गेट पर मोक्ष के पिता सुबोध गुप्ता आ गए और बच्चे को अपनी स्कूटी पर ले जाना चाह रहे थे। शिक्षक द्वारा बच्चे की सुरक्षा को देखते हुए उनके पिताजी से ई-रिक्शा से जाने के लिए कहा गया तथा उनके परिचित एक छात्र को भी उनके साथ भेजा गया। यह सारी घटना भी कैमरे के अंदर रिकॉर्ड है।

विद्यालय प्रबंध कार्यकारिणी अध्यक्ष विमला गुड़िया ने कहा कि मोक्ष की आकस्मिक और प्राकृतिक हुई मृत्यु पर विद्यालय परिवार भी अत्यंत दुख में है, लेकिन मोक्ष की प्राकृतिक हुई मृत्यु को विद्यालय प्रशासन की लापरवाही बताना उचित नहीं है। इसमें विद्यालय का कहीं भी कोई दोष नहीं है।

वहीं, विद्यालय के प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक ने कहा छात्र की मृत्यु पर समस्त स्टाफ दुखी है। शोक में दो दिन विद्यालय बन्द रहा। हम प्रशासन से यह विनती करते हैं कि प्रशासन इसकी निष्पक्ष जाँच करवाए। समस्त प्रबंध समिति एवं विद्यालय प्रशासन उसमें पूर्ण रूप से सहयोग करेगा ताकि वास्तविकता सामने आ सके।