कनाडा से आया फोन, ठग लिये 2 लाख 30 हजार

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विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : आये दिन लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार बनकर अपनी गाढ़ी कमाई लुटा रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में एक व्यक्ति ने अपने 2 लाख 30 हजार रुपये लुटा दिये हैं।

बाजपुर रोड स्थित गुरूनानक कालोनी निवासी रणवीर सिंह पुत्र स्व. दयाल सिंह ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि दिनांक 11.4.2023 की दोपहर के 2ः44 पर उसके व्हाट्स अप पर कनाडा से एक फोन आई। कॉल करने वाले ने कहा कि आपने मुझे पहचान लिया? मैं जोइन्टी बोल रहा हूँ। मुझे बहुत अर्जेन्ट काम पड़ गया है। मेरे दोस्त के परिवार में एक्सीडेन्ट हो गया है। वह कीर्तिनगर, दिल्ली के अस्पताल में भर्ती है। उसका इलाज चल रहा है, उसके लिये उन्हें लगभग 3 लाख रुपये की जरूरत है।

कॉल करने वाले ने कहा कि मैं पहले 1,02,000 रुपये कनाडा से आपको ट्रांसफर कर रहा हूँ। पैसे आपके खाते में आ जायेंगे। आप दिल्ली में हरजीत सिंह से नंबर ले लो। उनके खाते में 1,02,000 रुपये डाल दो। हरजीत सिंह ने उन्हें सचिन कुमार के खाते का नं. और आईएफसी कोड दिया जिस पर उन्होंने 70,000 रुपये 30,000 रुपये गूगल पे से सचिन कुमार के खाते में डाल दिये।

इसके अगले दिन उनके पास फिर से कनाडा से फोन आया और कहा कि उस मरीज की मृत्यु हो गयी है और रो रो कर उनसे कह रहा था कि बॉडी के डिस्चार्ज करने के लिये 1,50,000 रुपये और हरजीत सिंह को भेज दो तभी शव को अस्पताल वाले डिस्चार्ज करेगें। यह पैसे भी मैं कनाडा से आपको ट्रांसफर कर रहा हूँ। जिसके बाद उन्होंने तीस हजार रुपये अपने गूगल नंबर से सचिन कुमार के नंबर पर गूगल पे कर दिये और एक लाख रुपये अपने दोस्त अनमोल अरोरा से पेटीएम से सचिन कुमार के नंबर पर 50-50 हजार रुपये दो बार में किये। इस प्रकार उन्होंने कुल 2,30,000 रुपये उसे दे दिये।

रणवीर सिंह ने बताया कि कनाडा वाले व्यक्ति ने दिनांक 11.04.2022 को 1,02000 रुपये की व दिनांक 12.04.2023 को 1,37,000 रुपये की एचएसबीसी बैंक की ऑनलाईन रसीद भी भेजी है जिससे उन्हें उस पर विश्वास हो गया। लेकिन चेक करने पर उसके बैंक खाते में कोई पैसे नहीं आये। जिस पर उन्हें पता ग गया कि उनके साथ कपट हुआ है।

पुलिस ने रणवीर सिंह की तहरीर के आधार पर जोइन्टी के खिलाफ धारा 420 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच एसआई कंचन कुमार पडलिया के सुपुर्द की है।

‘महानाद’ आपसे अपील करता है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा भेजी गई रसीदों या मैसेज पर विश्वास न करते हुए पहले अपने बैंक खाते में बैलेंस चेक करें फिर आगे रकम ट्रांसफर करें। जो व्यक्ति आपके खाते में पैसे भेज सकता है वह सीधे जरूरतमंद के खाते में भी पैसे भेज सकता है। यदि कोई व्यक्ति कह रहा है कि वह आपका परिचित है तो भी आप पहले पुष्टि कर लें कि वह वास्तव में आपका परिचित ही है।

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