शहर के पहले ओपन जिम (व्यायाम शाला) का हुआ उदघाटन
विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : मंगलवार का दिन काशीपुर के सुनहरे भविष्य के रूप में दर्ज हो गया है। मंगलवार को बाजपुर रोड स्थित सत्येन्द्र चन्द्र गुड़िया इन्स्टीटयूट ऑफ मैनेजमेण्ट एण्ड लॉ कॉलेज के प्रांगण में सीएसआईआर-आईआईपी, देहरादून के सौजन्य से देश के पहले बायोफ्यूल संयंत्र का शिलान्यास किया गया।
शिलान्यास के अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाजपुर क्षेत्र के विधायक एवं उत्तराखण्ड विधानसभा में विपक्ष के नेता यशपाल आर्य ने कहा कि यह संयंत्र प्रदेश एवं क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने इसके लिए सीएसआईआर के निदेशक डॉ. अंजन रे, वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. नीरज आत्रेय, वरिष्ठ वैज्ञानिक जयती त्रिवेदी एवं एससी गुड़िया आईएमटी की चेयरमैन विमला गुड़िया को बधाई देते हुए कहा कि गुड़िया जी ने काशीपुर के विकास की जो सोच विकसित की थी उसमें यह कदम सार्थक सिद्ध होगा।
इस अवसर पर क्षेत्र के पहले ओपन जिम (व्यायाम शाला) का यशपाल आर्य सहित काशीपुर के विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि देवेन्द्र जिन्दल, एमडी, केवीएस एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ उद्घाटन किया। इससे पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक जयती त्रिवेदी ने फ्यूल की उपयोग की विधि को विस्तार से समझाया। इस अवसर पर एससी गुड़िया आईएमटी एवं लॉ कॉलेज एवं जीबी पंत इण्टर कॉलेज के मेधावी छात्र-छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया।
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती, संस्थान के संरक्षक स्व. पं. नारायण दत्त तिवारी एवं संस्थापक स्व. सत्येन्द्र चन्द्र गुड़िया के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीरज आत्रेय द्वारा किया गया एवं स्वागत उद्बोधन संस्थान की उपाध्यक्ष डॉ. दीपिका गुड़िया आत्रेय द्वारा किया गया।
इस अवसर पर पुष्पा आर्य, एसडीसी के संस्थापक अनूप नौटियाल, जीबी पंत शिक्षा समिति के प्रबन्धक एसके शर्मा, मुक्ता सिंह, विमल गुड़िया, संजय चतुर्वेदी, सरित चतुर्वेदी, डॉ. एसएस रे, हाजी कमर आलम, डॉ. योगराज सिंह, उमेश जोशी एड., अब्दुल सलीम एड., मेजर मुनीश कान्त, दीपक काण्डपाल, सुरेन्द्र पाल, अजय शंकर कौशिक, कशिका टण्डन, रिंकू, शशांक सिंह, यथार्थ आत्रेय, सत्यार्थ आत्रेय, विकल्प गुड़िया, राकेश लखेड़ा सहित संस्थान के निदेशक डॉ॰ केवल कुमार, प्राचार्य लॉ डॉ. आरएन सिंह सहित समस्त फैकल्टी एवं स्टाफ उपस्थित रहा।