भारतीय जनता पार्टी (BJP) के मुरादाबाद सीट से लोकसभा उम्मीदवार कुंवर सर्वेश सिंह का शनिवार 20 अप्रैल को निधन हो गया है। उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी। वह 77 वर्ष के थे। सबसे हैरानी की बात ये है कि कल ही 19 अप्रैल को मुरादाबाद सीट पर वोटिंग हुई और एक दिन बाद उनका निधन हो गया।
कुंवर सर्वेश सिंह के निधन से काउंटिंग और चुनाव की प्रक्रिया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। काउंटिंग पूरी की जायेगी। यदि स्वर्गीय सर्वेश सिंह जीत गए तो ये सीट रिक्त घोषित करके दोबारा चुनाव कराए जायेंगे। और यदि वो हार गए तो जीते हुए कैंडिडेट को सांसद का सर्टिफिकेट दिया जाएगा और चुनाव की प्रक्रिया पूर्ण मानी जायेगी।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता कुंवर सर्वेश कुमार राजनीति के साथ-साथ पेशे से बिजनेसमैन थे। सर्वेश कुमार ठाकुर जाति से संबंध रखते थे। कुंवर सर्वेश कुमार सिंह, को राकेश सिंह के नाम से भी जाना जाता था। वह एक बिजनेसमैन और भारतीय जनता पार्टी के मुरादाबाद से वर्तमान सांसद थे। कुंवर सर्वेश कुमार सिंह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक अनुभवी राजनेता थे।
कुंवर सर्वेश कुमार 1991 से 2007 और 2012 से 2014 तक ठाकुरद्वारा विधानसभा सीट से पांच बार विधायक चुने गए थे। कुंवर सर्वेश सिंह 2014 में मुरादाबाद लोकसभा सीट से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़े थे और जीतकर सांसद बने थे। 2014 में कांठ विधानसभा क्षेत्र में हुए लाउडस्पीकर विवाद के दौरान कुंवर सर्वेश सिंह सुर्खियों में आ गए थे। कुंवर सर्वेश सिंह का बेटा कुंवर सुशांत सिंह वर्तमान में बरहापुर से भाजपा विधायक हैं।
कुंवर सर्वेश सिंह करोड़पति नेता थे। चुनावी हलफनामे के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 16 करोड़ रुपये थे। इसमें 6 करोड़ चल संपति और 10 करोड़ अचल संपति थी। कुंवर सर्वेश सिंह रतुपुरा गांव में एक पुश्तैनी हवेली का मालिक थे और उसमें रहते थे। वह अपने पिता के ट्रस्ट (बाबू रामपाल सिंह ट्रस्ट) के माध्यम से ठाकुरद्वारा, काशीपुर और मोरादाबाद में कई कॉलेजों, स्कूलों और खेतों और बगीचों के मालिक थे। ये विरासत अब वह अपने परिवार के लिए छोड़ गए हैं।