आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : भारतीय जनता युवा मोर्चा ने ‘सेना सैनिक के सम्मान में, भाजपा युवा मैदान में’ कार्यक्रम के तहत ‘शौर्य सैनिक सम्मान समारोह’ का आयोजन जसपुर खुर्द गढ़वाल सभा स्थित रुद्राक्ष गार्डन में किया। इस दौरान पूर्व सैनिकों व शहीद सैनिकों की पत्नियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान 200 पूर्व सैनिकों व शहीद सैनिकों की पत्नियों व परिजनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व कैप्टन गबर सिंह रावत ने की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी ने बताया भाजयुमो द्वारा 2 अप्रैल से 7 अप्रैल तक पूरे राज्य में 13 स्थानों पर शौर्य सैनिक सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत पूर्व सैनिकों व शहीद सैनिकों की पत्नियों को शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया जाएगा। इसी कड़ी के तहत आज यहां कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
धामी ने कहा कि वर्ष 1962, 1965 व 1971 की लड़ाई में हमारे सैनिक वीरता से लड़े थे। वहीं वर्ष 1999 के बाद अटल बिहारी वाजपेई सरकार ने सीमा पर शहीद हुए सैनिकों के पार्थिव शरीर को सम्मान सहित घर पहुंचाने के पहल करते हुए ताबूत की व्यवस्था की थी। जिसके बाद सैनिकों के पार्थिव शरीर ससम्मान अपने घरों तक पहुंचते हैं। वहीं वर्ष 2012 से पहले उत्तराखंड में शहीद सैनिकों के लिए आर्थिक सहायता की कोई निश्चित व्यवस्था नहीं थी। धामी ने बताया कि उन्होंने विधानसभा में इस मुद्दे को उठा कर सैनिकों के लिए 10 लाख की राशि निर्धारित करवाई।
धामी ने बताया कि पुराने समय में जब भी चीन के साथ युद्ध की स्थिति बनती थी तो भारत के नेता व सरकार हमेशा बैकफुट पर रहते थे। लेकिन आज का समय ऐसा नहीं है। भाजपा ने वन रैंक, वन पेंशन लागू करके सैनिकों के सम्मान को बढ़ाया है। हमारे देश की सेना शांति सेना के रूप में विदेशों में भी अपना कौशल दिखा चुकी है।
इस मौके पर राम मेहरोत्रा, सर्वजीत सिंह, गुरविंदर सिंह चंडोक, पुष्कर बिष्ट, प्रशांत पंडित आदि मौजूद थे।