मुख्यमंत्री के आदेश पर काशीपुर के पूर्व कोतवाल पर दर्ज हुआ मुकदमा

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रुद्रपुर/पंतनगर (महानाद) : मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के आदेश के बाद काशीपुर के पूर्व कोतवाल एके सिंह पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया गया है।

विला नम्बर बीटा-2, ओमेक्स रिवेरा कालोनी, नैनीताल रोड, रुद्रपुर, थाना पन्तनगर निवासी वैजयन्ती चन्द ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर बताया कि उनका विवाह उत्तराखंड पुलिस में निरीक्षक आशुतोष कुमार सिंह पुत्र बिशन लाल निवासी हनुमान गली, रुड़की, जिला हरिद्वार के साथ दिनांक 18.02.2019 को मथुरा में सम्पन्न हुआ था। उनके मायके वालों द्वारा अपनी हैसियत से दान उपहार स्त्रीधन दिया गया था। विवाह के समय उनके पति आशुतोष कुमार सिंह ने उन्हें अपनी पहली पत्नी से तलाक हो जाने की सूचना दी थी, परन्तु अपने द्वितीय विवाह पूनम रानी निवासी मुजफ्फरनगर से होने एवं उनसे तलाक नहीं होने की कोई जानकारी नहीं दी गई थी और उन्हें गुमराह कर बिना कोई सही सूचना दिये उनसे विवाह किया था।

वैजयन्ती चन्द ने बताया कि शादी के बाद उन्होंने अपने पति एवं अपनी सास शकुन्तला देवी, ससुर बिशन लाल के प्रति अपने दाम्पत्य कर्तव्यों का पूर्ण निर्वाहन किया और दिनांक 8.9.2019 को एक पुत्री को जन्म दिया। पुत्री के जन्म होने के बाद उनकी सास उन्हें पुत्र पैदा नहीं करने का ताना देने लगी। इस बीच उनके पति का रुद्रपुर से भवाली जिला नैनीताल में तबादला हो गया तो उनके सास व ससुर भी रुड़की से ओमेक्स में आने जाने लगे। दिनांक 6.09.2021 को उन्होंने पुनः एक और पुत्री को जन्म दिया। जिसके बाद उनकी सास ने उनके साथ काफी अभद्र व अपमानजनक रवैया अपनाते हुये उन्हें कोसना शुरू कर दिया तथा पुत्र पैदा न करने का ताना देते हुये गाली गलौच करने लगी और कहने लगी कि मेरा बेटा तो पुलिस में इंस्पेक्टर है, पता नही, इसने तेरे से शादी क्यों की, अगर हम अपने बेटे की शादी उ.प्र. से करते तो उसको दहेज में 50 लाख रुपये दान दहेज मिलता।

वैजयन्ती चन्द ने बताया कि इस दौरान उनके पति का रुद्रपुर में स्थानान्तरण हो गया और पति एवं सास बात-बात पर कोसने लगे, रोजमर्रा मारपीट करते हुये उनका शोषण करने लगे। उनके पति का भी दूसरी बेटी होने के बाद व्यवहार बदल गया, बात-2 पर कहने लगे कि बेटा होता तो ठीक था, फिर से बेटी पैदा हो गयी है। पति ने शादी के बाद से ही कई बार मुझसे बात-2 पर कहने लगे कि अपने पिता से कहकर मेरे नाम एक प्लॉट करवाओ, इतना तो अपने इंस्पेक्टर दामाद को दे सकते हैं।

इसी बीच उनके पति का आईटीआई, काशीपुर में तबादला हो गया, उनकी छोटी पुत्री 4 माह की थी तो उनके पति ने कहा कि मैंने एक फ्लैट देहरादून में लिया था, जिसका मुझे पजेशन मिल गया है, तुम देहरादून जाकर रहो, वहां पर मैं अवकाश लेकर आता रहूँगा, लेकिन देहरादून जाकर पति कभी भी देहरादून नहीं आये। और वे किसी अन्य महिला से बातचीत करने लगे। जब उन्होंने उसके पति का नंबर ढूंढकर उसके पति से बात की और उसे बताया कि तेरी पत्नी मेरा घर बर्बाद कर रही है, उसे समझाओ, तो उसके पति ने बोला कि मैं बहुत परेशान हूँ, मेरी पत्नी मुझे तलाक देने की धमकी दे रही है और उसका व्यवहार भी मेरे प्रति बदल गया है।

वैजयन्ती चन्द ने बताया कि जब यह बात उनके पति को पता चली तो उन्होंने उनके साथ लड़ाई-झगडा, मारपीट की और घर का खर्चा देना बन्द कर दिया। मैं खर्चा अपने मायके वालो से लेकर अपना व बच्चों का भरण-पोषण करती रही। उसके बाद वह करवा चौथ पर वर्ष 2022 को बिना पति को बताये बच्चों को लेकर आईटीआई काशीपुर आ गयी, उनके पति ने उन्हें व बच्चों को गौतमी होटल में रखा, शाम को पति होटल के कमरे में आये और उनसे लड़ाई – झगड़ा करने लगे, कमरे का सारा सामान गिरा दिया और खाना भी फेंक दिया

इसी बीच उन्हें पति चला कि उन्होंने दूसरी शादी पूनम रानी से की है, जिससे एक बेटी भी है। पति ने उस पत्नी व बच्चे को भी छोड़ दिया है और बिना उससे तलाक लिये उनके साथ तीसरी शादी की है, अब वह चौथी शादी करने की तलाश में हैं। जब उनके पति से पूछताछ की गयी तो वे उनके साथ मारपीट, गाली गलौच करने लगे और धमकी देने लगे कि यदि तूने किसी को बताया तो मैं तुझे छोड़ दूंगा, तूने मुझे बेटा पैदा करके नहीं दिया, दो-दो बेटियां पैदा करके दे दी है, मुझे व मेरी मां को बेटा चाहिये, तू बेटा पैदा नहीं कर पायेगी , इसलिये अब मैं चौथा विवाह करूंगा।

वैजयन्ती चन्द ने बताया कि एक दिन बिना बताये अचानक मार्च 2023 में उनके पति देहरादून आ गये उनसे कहने लगे, अभी बेटी की छुट्टियां पड़ी है तो मेरे साथ आईटीआई रहने चलो, पति दिनभर कमरे में सोये रहे, रात 8 बजे हम लोगों को लेकर रुद्रपुर को आने लगे हरिद्वार से आते समय बीच जंगल में पति ने गाड़ी रोक दी और पीछे मुड़कर मुझे थप्पड़ मारकर कहने लगे तूने मुझे व दूसरी स्त्री को पूरे स्टाफ में बदनाम कर दिया है, इतने में ही पति ने रिवाल्वर निकाल कर मेरे ऊपर तान दी, कहने लगे तूझे मारकर यही जंगल में फेंक दूंगा, किसी को पता भी नहीं चलेगा। अचानक मेरी बड़ी बेटी नींद से जाग गयी तो वह रोने लगी, तब जाकर पति ने रिवाल्वर वापस रखी और तेजी से गाडी चलाकर हम लोग रात करीब 3 बजे आईटीआई पहुंच गये।

वैजयन्ती चन्द ने बताया कि इसी बीच उनके पति ने विला नम्बर बीटा-2 ओमेक्स रिवेरा कालोनी में खरीद लिया, जिसके गृह प्रवेश के दिन मुझे मेरे मायके में फोन कर बुलाया जिस पर वह यहां आ गई और उक्त विला के एक मंजिल में वह अपने बच्चों के साथ रहने लगी तथा दूसरी मंजिल पर उसके सास ससुर रहने लगे। उसके पति अपने पोस्टिंग पर रहने लगे तो उसकी सास लगातार उसका शारीरिक एवं मानसिक उत्पीडन करते हुये गाली-गलौच कर कोसती रहती तथा अपशब्दों का प्रयोग कर अमानवीय व्यवहार करती। उसके पति ने घर खर्च देना पूर्णतः बन्द कर दिया।

वैजयन्ती चन्द ने बताया कि इस बीच उसकी छोटी पुत्री की तबीयत ज्यादा खराब हो गयी, जिसे इलाज हेतु हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ा लेकिन उसके पति और सास उसे देखने तक नहीं आये उसने अस्पताल में अकेले रहकर अपने मायके वालो से पैसा लेकर पुत्री का इलाज कराया। इसके बाद उसकी बड़ी पुत्री की आँखो में परेशानी होने लगी जब उसने अपने पति को फोन किया तो उन्होंने उसका फोन ब्लैक लिस्ट में डाल दिया और कह दिया कि मुझे तुझसे व तेरी पुत्रियों से कोई लेना देना नहीं है और कहा कि मुझे तलाक देदे और यह घर छोड़कर चली जा। तुम्हें एक 2 बीएचके का फ्लैट व पुत्रियों के लिये 10-10 लाख रुपये मिल जायेंगे।

वैजयन्ती चन्द ने कहा कि इसके बाद से उसके पति व सास द्वारा उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है, कभी उसके कमरे की लाईट बन्द कर देते हैं, कभी पानी बंद कर देते है। पति कमरे में आकर गीजर खराब करके चले जाते हैं। उसने मुख्यमंत्री से अपने स्तर से मामले की जांच कराकर उसे व उसकी पुत्रियों को न्याय दिलाने की अपील की है।

मुख्यमंत्री के आदेश पर पंतनगर थाना पुलिस ने इंस्पेक्टर आश्ुातोष सिंह एवं उनकी मां शकुंतला देवी के खिलाफ दहेज एक्टट की धारा 3, 4 तथा आईपीसी की धारा 323, 498ए, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच एसआई गणेश दत्त भट्ट के हवाले की है।

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