काशीपुर (महानाद) : आज जहां कांग्रेस में जगह-जगह राजनैतिक भंडारे खाकर आने वालों को प्राथमिकता दी जा रही है। ऐसे में लगातार 32 साल से सिर्फ कांग्रेस पार्टी में रहकर अपनी ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा, लगन, मेहनत के साथ धरातल पर काम करने वाली मीनू गुप्ता को काशीपुर विधानसभा से उम्मीदवार घोषित करने में देरी करना कांग्रेस के फैसले पर सोचने को विवश करता है।
कांग्रेस प्रदेश के शीर्ष निर्णायक मंडल को अपना उम्मीदवार 63 काशीपुर विधानसभा उत्तराखंड में तत्काल प्रभाव से घोषित करना चाहिये, ये निर्णय ही उत्तराखंड में कांग्रेस के राजनैतिक भविष्य का जीवनदान साबित होगा इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिये। जब राजनैतिक दल अपने जमीनी कार्यकर्ताओं वो भी जो 32 साल से एक ही पार्टी में हों ऐसे में उनके साथ पक्षपात या उपेक्षा राजनीति में सही फैसला नहीं माना जा सकता।
कांग्रेस में अपने जीवन के महत्वपूर्ण 32 साल की तपस्या से निरन्तर काशीपुर विधानसभा और उत्तराखंड में कांग्रेस को मजबूत करने वाली मीनू गुप्ता को काशीपुर विधानसभा का उम्मीदवार बनाया जाना एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा क्योंकि ये काशीपुर विधानसभा की जनता की आवाज है।
उत्तराखंड में काशीपुर विधानसभा हमेशा से राजनीति का केंद्र बिंदु रही है और उत्तराखंड में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने में मार्गदर्शन और पथ प्रदर्शक की निर्णायक भूमिका निभाने में हमेशा आगे रही है।
काशीपुर विधानसभा की समीक्षा – एक नागरिक की नजर