देहरादून (महानाद) : संवैधानिक संकट उत्पन्न होने के पश्चात उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कल इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद से ही भाजपा में कौन बनेगा मुख्यमंत्री की रेस शुरु हो चुकी है। अभी कुछ ही देर में भाजपा विधायक दल की बैठक शुरु होने वाली है जिसमें नये मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाई जायेगी। केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर देहरादून पहुंच चुके हैं। लेकिन इस समय राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सतपाल महाराज, बिशन सिंह चुफाल, मदन कौशिक, धन सिंह रावत का नाम आगे चल रहा है तो चर्चा यह है कि इस बार कुमायूं और ब्राह्मणों को खुश करने के लिए बंशीधर भगत को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
लेकिन अचानक से जो नाम जोरों से चर्चा पकड़ रहा है वह है पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का। तीरथ सिंह रावतसे पहले लगभग 4 साल तक सरकार चला चुके त्रिवेंद्र सिंह रावत, गृह मंत्री अमित शाह व संघ के करीबी माने जाते हैं। केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेन्द्र सिंह तोमर ने भी देहरादून पहुंचते ही पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बीजापुर गेस्ट हाउस में बुला लिया है। त्रिवेंद्र सिंह रावत के निवास पर उनके समर्थकों का जमावड़ा लगना शुरु हो चुका है। सूत्रों से पता चला है कि 25 विधायक त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व को अपना समर्थन दे चुके हैं।
हांलाकि बस कुछ ही देर का समय है जब भाजपा अपने नये मुख्यमंत्री का एलान कर देगी लेकिन तब अटकलों का बाजार गर्म है।