साई मंदिर से चुराये गये 17 किलो चांदी के छत्र के साथ गदरपुर का चोर 2 साथियों के साथ गिरफ्तार

0
1046

टिहरी (महानाद) : थाना मुनिकीरेती पुलिस ने एसएसपी नवनीत भुल्लर के निर्देशन में साई मंदिर भांगला शिवपुरी में चोरी करने वाले शातिर अंतर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश करते हुए गदरपुर निवासी गैंग के सरगना को उसके 2 साथियों के साथ गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 17 किलो चांदी बरामद की गई है, जिसकी कीमत करीब बारह लाख पिचहत्तर हजार रुपये आंकी गई है।

आपको बता दें कि विगत 6 मार्च को को ग्राम भांगला, थाना मुनि की रेती, जनपद टिहरी गढ़वाल निवासी मदन लाल गैरोला पुत्र स्वर्गीय राम प्रसाद गैरोला ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि अज्ञात चोरों ने ग्राम भांगला स्थित साई मंदिर से चांदी का सिंहासन, चांदी का छत्र चोरी कर लिया है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच चौकी प्रभारी शिवपुरी एसआई मनोज ममंगाई के सपुर्द की गयी।

धार्मिक स्थल पर हुई चोरी की घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी टिहरी गढ़वाल नवनीत सिंह भुल्लर द्वारा घटना का तत्काल अनावरण करने हेतु निर्देशित किया गया। एएसपी एवं सीओ नरेंद्र नगर द्वारा घटना के अनावरण हेतु प्रभारी निरीक्षक मुनि की रेती के नेतृत्व में कुल 7 टीमें गठित की गयीं। उच्चाधिकारीगण द्वारा घटना के अनावरण हेतु लगातार पुलिस टीमांे का मार्गदर्शन किया गया। गठित पुलिस टीमों द्वारा घटनास्थल का गहनता से निरीक्षण करने पर पाया कि उक्त साई मंदिर चौकी गूलर से करीब 40 किमी दूरस्थ स्थान पर एकान्त में है जिसके आसपास आवाजाही बहुत कम रहती है और मंदिर के आसपास व आने जाने वाले रास्तों पर कोई सीसीटीवी कैमरा भी नहीं है। जिसके कारण पुलिस टीम के लिए घटना का अनावरण करना एक अत्यंत चुनौतीपूर्ण कार्य था। गठित पुलिस टीमों द्वारा बेहतरीन सामंजस्य के साथ घटना के अनावरण हेतु स्थानीय गांव भांगला, घेराधार, बांसकाटल, चमेली में स्थानीय लोगों से घटना से पूर्व आने जाने वाले लोगों के बारे मे जानकारी की तो पता चला कि 5 मार्च को घटना से पूर्व एक बाइक पर 3 संदिग्ध सिख वेशधारी व्यक्ति साई मंदिर भांगला की तरफ जाते दिखाई दिये थे। जिनके हुलिये आदि के बारे मे जानकारी प्राप्त की गयी। उक्त इनपुट के आधार पर गठित पुलिस टीमों द्वारा गूलर, शिवपुरी, तपोवन, मुनिकीरेती, कैलाशगेट से घटनास्थल की ओर जाने वाले रास्तों पर लगे लगभग 50 सीसीटीवी कैमरो को चैक गया किया, पूर्व में प्रकाश में आये 80 पेशेवर अपराधियों एवं 100 संदिग्ध व्यक्तियों का सत्यापन किया गया। सर्विलांस टीम द्वारा घटनास्थल का स्थल साइड डाटा एकत्रित कर संदिग्ध मोबाइल नंबरों का गहनता से विश्लेषण किया गया।

सीसीटीवी कैमरे चौक करने पर 5 मार्च को घटनास्थल की तरफ 3 संदिग्ध सिख व्यक्ति सांई मंदिर भांगला की तरफ जाते दिखायी दिये। उक्त संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश हेतु गुरुद्वारा ऋषिकेश मे पूछताछ की गयी तथा गुरुद्वारे की सीसीटीवी फुटेज चैक की गयी तो सीसीटीवी फुटेज में तीन संदिग्ध व्यक्ति 5 मार्च को गुरूद्वारा ऋषिकेश मे घूमते दिखाई दिये जो घटना से पूर्व एक बाइक पर शिवपुरी की ओर जाते दिखाई दिये।

उक्त संदिग्ध व्यक्तियों के बारे मे जानकारी करने पर एक संदिग्ध व्यक्ति का नाम कुलवन्त सिंह उर्फ राजू पुत्र बलवन्त सिंह निवासी फतेहगंज, थाना गदरपुर, जिला उधम सिंह नगर हाल निवासी दिल्ली प्रकाश में आया। जो पूर्व में कई राज्यो में मंदिर व गुरुद्वारों में चोरी की घटनाओ मे शामिल रहा है तथा गैंग का सक्रिय गैंग लीडर हैं। उक्त गैंग द्वारा पूर्व में भी थाना राजपुर, देहरादून स्थित प्रतिष्ठित साईं मंदिर, कोटद्वार में सिद्धबली मंदिर, हरियाणा व उत्तर प्रदेश के मन्दिरों व गुरुद्वारो में चोरी की घटना घटित की गयी हैं।

अभियुक्त कुलवंत एक शातिर किस्म का चोर है जो अपने गैंग के सदस्यों के साथ दिन में गुरुद्वारे/मंदिरों की रैकी करता है व रात्रि में चोरी की घटना को अंजाम देता है। संदिग्ध बलवंत व उसके साथियों की तलाश हेतु उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी गयी। संदिग्ध कुलवंत सिंह के बारे में गहनता से जानकारी करने पर पता चला कि कुलवंत थाना गदरपुर, उधम सिंह नगर का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ विभिन्न राज्यों, थानों में 18 से अधिक मुकदमें पंजीकृत हैं।

कुलवन्त सिंह अपने साथ-अलग अलग व्यक्तियों को जोड़कर आपराधिक घटनाए घटित करता है। गठित पुलिस टीमों द्वारा लगातार संदिग्ध कुलवन्त और उसके साथियों की तलाश, सुरागरसी पतारसी की गयी। मुखबिर की सूचना पर साई मंदिर भांगला में चोरी करने वाले शातिर अभियुकत कुलवन्त सिंह, त्रिलोक सिंह उर्फ शोले को बिजली घर, गूलर के पास से साई मंदिर भांगला से चोरी सफेद धातु का छत्र, साई बाबा के सिंहासन के अंश व घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद की गयी। अभियुक्तों की निशानदेही पर ग्राम ठाठ चमेली के जंगल से साई मंदिर भांगला से चोरी किया गया लगभग 15 किलो ग्राम सफेद धातु का सामान बरामद किया गया।

एसएसपी नवनीत भुल्लर ने बताया कि अभियुक्त कुलवंत द्वारा मंदिरों में चोरी करने के लिए एक संगठित गिरोह बनाया गया है। जिसके सक्रिय सदस्य अवतार सिंह व त्रिलोक सिंह है। बलवंत और उसके साथी पर विभिन्न राज्यों में स्थित मंदिर आदि को सर्च करते हैं और मंदिर की रैकी कर मंदिर में लगे आभूषणों के बारे में जानकारी करते है। घटना से पूर्व स्थानीय लोगों, स्थानीय परिस्थितयों के बारे में जानकारी कर घटना करने के लिए प्लान तैयार करते है। घटना से पूर्व अपने मोबाइल फोनों को घटनास्थल से काफी पहले बन्द कर सुनियोजित एवं शातिर तरीके से घटना को अंजाम देते हैं।

अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान बताया कि हमने उत्तराखण्ड के तिरंगा साई मन्दिर के बारे में एक वीडियो में देखा था कि इस मन्दिर में काफी मात्रा में चांदी का नक्कासी किया आभूषण हैं जिस पर उसने अपने गैंग के साथियों को दिखाकर यहां चांदी के आभूषणो की चोरी की योजना बनाई और तीनों 4 मार्च को ऋषिकेश होते हुए 5 मार्च को ऋषिकेश से लगभग 50 किलोमीटर दूर एकान्त मे बने तिरंगा साई मन्दिर पहंुचे तथा जगह का जायजा लेकर रात्रि के समय मौका देखकर मन्दिर के दरवाजे का कुन्डा तोड़कर बाबा के सिंहासन पर लगी चांदी के नक्कासी किये सारे आभूषण व छत्र को चोरी कर अपने साथ ले गये।

पुलिस टीम में निरीक्षक थाना मुनिकीरेती रितेश शाह प्रभारी , एसएसआई योगेश चंद पाण्डे, एसआई मनोज ममंगाई, राजेन्द्र सिंह रावत, प्रदीप रावत, हे.कां. सोहन राणा, अजय वीर, कां. मनीष चौधरी, पंकज रावत तथा
सीआईयू टीम में प्रभारी उपनिरीक्षक ओम कांत भूषण, हे.कां. विकास सैनी, कां. रविंद्र तथा नजाकत शामिल थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here