देहरादून। मानसून सत्र के बाद सितंबर माह से चार धाम यात्रा का दूसरा चरण शुरू हो रहा है। केदारनाथ धाम की यात्रा यात्रा के दौरान बीते दिनों आई आपदा को देखते हुए प्रदेश सरकार की ओर से यात्रा को लेकर विशेष गंभीरता बरत रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडेय को केदारनाथ धाम में आपदा राहत कार्यों को व्यवस्थित करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। आयुक्त गढ़वाल मंडल ने शनिवार को ऋषिकेश में चार धाम से जुड़े सभी स्टेक होल्डर्स की बैठक बुलाकर व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए सुझाव आमंत्रित किये गए। उन्होंने बताया कि बदरीनाथ में टोकन व्यवस्था को लेकर सुधार की आवश्यकता बताई गई है। इस दिशा में पुनर्विचार कर जल्दी से जल्दी इस पर निर्णय किया जाएगा। बैठक में आए सभी सुझावों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा।
चार धाम यात्रा ट्रांसिट कैंप ऋषिकेश में आयोजित बैठक में यात्रा से जुड़े सभी स्टेक होल्डर्स ने हिस्सा लिया। सभी ने अपनी समस्याएं और सुझाव रखें। पत्रकारों से बातचीत में आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय ने कहा कि चार धाम यात्रा उत्तराखंड ही नहीं बल्कि समूचे देश के लिए महत्वपूर्ण है। सितंबर और अक्टूबर माह में यात्रा फिर से जोर पकड़ती है। इस दौरान व्यवस्थाएं और कितनी बेहतर हो उसको लेकर सरकार गंभीर है।
कहा कि बैठक में कई महत्वपूर्ण सुझाव आए हैं। अच्छी बात यह है कि सभी स्टेट होल्डर व्यवस्था में सक्रिय सहयोग देने के लिए कटिबंध है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इस बात पर निरंतर जोर दे रहे हैं कि चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी ना हो और यात्रा से जुड़े
समस्त व्यवसाईयों को भी कोई परेशानी ना आए। वीआईपी दर्शन को लेकर आने वाली परेशानियों के संबंध में आयुक्त गढ़वाल मंडल ने कहा कि प्रोटोकॉल के तहत जो लोग आ रहे हैं, उसके अतिरिक्त जो अन्य स्थानीय लोग वीआईपी दर्शन कर रहे हैं, उसको लेकर भी निर्णय लिया जाएगा। बैठक में यात्री पंजीकरण से आने वाली परेशानियों का मुद्दा भी आया। यात्रा वाहनों को ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड से संबंधित समस्या भी रखी गई। इन सब पर सुधार लाया जाएगा।