हल्द्वानी (महानाद) : उप कारागार (जेल) में एक महिला कैदी सहित 14 कैदियों की एचआईवी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जेल में हड़कंप मच गया है। एचआइवी संक्रमित कैदियों का एंटी रेट्रो वायरल थेरेपी से इलाज शुरु कर दिया गया है और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए भोजन में दूध व अंडे जैसे पौष्टिक तत्व शामिल किये गये हैं।
हल्द्वानी उप कारागार के अधीक्षक सतीश कुमार सुखीजा ने कैदियों के एचआइवी संक्रमित होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि जेल में बंद आठ कैदी पहले से ही एचआईवी से संक्रमित हैं। वहीं, 20 मई को कराई गई जांच में 5 कैदियों में एचआईवी संक्रमण पाया गया था। तथा 6 जुलाई को कराये गये स्वास्थ्य परीक्षण में एक महिला कैदी में एचआईवी संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि जेल में आने वाले कैदियों खासतौर पर टीबी के मरीजों की नियमतः एचआईवी जांच करवाई जाती है और उन्हें पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाया जाता है।
उन्होंने बताया कि जो महिला कैदी एचआईवी पॉजिटिव पाई गई है वह पश्चिम बंगाल की रहने वाली है और सैक्स वर्कर के तौर पर पकड़े जाने के बाद उसको जेल में रखा गया है। जानकारी मिली है कि वह जेल में आने से पहले ही एचआईवी से संक्रमित थी लेकिन उसने इसकी जानकारी जेल प्रशासन को नहीं दी।