Uttarakhand News: देश के अंतिम गांव उत्तराखंड के माणा में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार पहुंचे। वे यहां न केवल पहली बार आए लेकिन पहली जनसभा भी की। सीमांत गांव माणा में कनेक्टिविटी परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान सीएम धामी और पीएम मोदी की केमिस्ट्री देखते ही बनती है। दोनों नेताओं के बीच दलीय सम्बंध से इतर अपनेपन का एक रिश्ता है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनसभा में जहां एक ओर माणा और उत्तराखंड के लोगों की तारीफ की और हिमाचल राज्य का जिक्र किया।इस दौरान उन्होंने कहा कि यह दशक उत्तराखंड का होगा। सीमा पर रहने वाले लोग देश के सशक्त प्रहरी हैं। सीमा का आखिरी गांव ही पहला गांव है। बार्डर के गांवों में चहल पहल बढ़नी चाहिए। भारत के अंतिम गांव तक विकास पहुंचा है। विकास के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। गुलामी की मानसिकता को हटाना होगा।
बताया जा रहा है कि पीएम का भाषण शुरू होते ही इस दौरन पूरा पांडाल मोदी के नारों से गुंजायमान हो गया। मोदी को अपने बीच देखकर सीमांत क्षेत्र के ग्रामीणों का उत्साह चरम पर रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा शुरू होने और समाप्त होने पर चार बार जनता को झुककर प्रणाम किया। प्रधानमंत्री ने गांव की महिलाओं द्वारा तैयार किए उत्पाद की सराहना की और हिमाचल में उत्तराखंड की चर्चा का भी जिक्र किया।
वहीं पीएम मोदी जब भी उत्तराखंड आए उन्होंने सार्वजनिक मंच से धामी को जबरदस्त दुलार और आशीर्वाद दिया। अबकी बार तो माणा में आयोजित जनसभा में पीएम मोदी ने अपने भाषण में सीएम धामी के उस कथन पर मुहर लगा दी जिसमें सीमांत गांव को ‘अंतिम’ के बजाए ‘पहला’ गांव कहा गया। मुख्यमंत्री धामी भी आज अपने भाषण के दौरान पूरी रौ में नजर आए। प्रधानमंत्री मोदी के सामने पूरे आत्मविश्वास के साथ उन्होंने अपनी हर बात रखी। धामी ने बताया कि उनकी सरकार किस तरह समाज के हर तबके को साथ लेकर प्रदेश का विकास कर रही है।