आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : संदिग्ध परिस्थितियों में एक नाबालिग किशोरी ने कमरे में पंखे में दुपट्टे का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। नाबालिग को फांसी पर झूला देख परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं मौके पर बड़ी तादाद में आसपास के ग्रामीणों की भीड़ का जमावड़ा लग गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बता दें कि गौसिया (15 वर्ष) पुत्री गुलाम नबी निवासी ग्राम बसई, इस्लामनगर, थाना कुंडा, काशीपुर, उधम सिंह नगर ने अपने घर के कमरे में लगे पंखे में दुपट्टे का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह 10 बजे तक जब करमे का दरवाजा नहीं खुला तो गोसिया की मां ने दरवाजा खटखटाया, परंतु दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा नहीं खुलने पर और अंदर से कोई आवाज ना आने से घबराई मृतका की मां ने रसोई के अंदर लगी विंडो की जाली से कमरे में देखा तो उसकी उनकी पुत्री गौसिया दुपट्टे के जरिए पंखे से लटकी हुई हुई थी।
गौसिया को पंखे में झूला देख घर में कोहराम मच गया। आसपास के लोगों ने एकत्रित होकर कमरे की खिड़की में लगी जाली को काटकर बच्चे को अंदर कमरे में भेजा जिसके बाद बच्चे ने अंदर से बंद दरवाजे को खोला। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने मृतका को नीचे उतारा। नाबालिग किशोरी के फांसी पर झूल जाने की सूचना जैसे ही क्षेत्र में फैली तो बड़ी तादाद लोग एकत्र हो गये।
सूचना मिलने पर सीओ वंदना वर्मा तथा कुंडा थाना प्रभारी दिनेश फर्त्याल पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
मामले की जानकारी देते हुए सीओ वंदना वर्मा ने बताया कि वह गांव के ही मदरसे में उर्दू की शिक्षा प्राप्त कर रही थी। 1 महीने से वह मदरसे में भी पढ़ने नहीं गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि गौसिया को उसकी मां ने किसी बात को लेकर डांट लगा दी थी जिससे नाराज होकर गौसिया ने फांसी लगा कर जान दे दी। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा।
आपको बता दें कि किशोरी के पिता ट्रांसपोर्ट कंपनी चलाते हैं। वह ट्रांसपोर्ट के कार्य से बिहार के पटना गए हुए हैं। गुलाम नबी के 7 बच्चे हैं जिनमें तीन बेटे तथा चार बेटियां हैं। जिनमें से एक की मृत्यु हो गई है। मृत गौसिया एक भाई एक बहन से छोटी थी।