विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : नगर निवासी एक युवक ने एक महिला सहित 4 लोगों पर फैक्ट्री बेचने के नाम पर उससे 1 करोड़ अटठाईस लाख बारह हजार सात सौ रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
ग्राम सरवरखेड़ा निवासी शंशाक अग्रवाल पुत्र अरुण कुमार अग्रवाल ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि गुड़गांव निवासी मैसर्स सेन्डी मशीनरी एण्ड टूल्स कम्पनी प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर संजय केसरी पुत्र शंकर प्रसाद, डायरेक्टर श्रृष्ठी केसरी पत्नी संजय केसरी तथा इनका एक पुत्र उसके पास आये और बोले के हम गुड़गांव (हरियाणा) में रहने के कारण महुआखेड़ागंज के आईडीइबी इण्डस्ट्रीयल स्टेट में स्थित मैसर्स सेन्डी मशीनरी एण्ड टूल्स कम्पनी प्राइवेट लिमिटेड को ढंग से नहीं चला पा रहे हैं। इसलिए हम इस फैक्ट्री को बेचना चाहते हैं। उक्त लोगों ने उसे भरोसा दिलाया कि उपरोक्त फैक्ट्री हर तरह से पाक व साफ है और इस पर किसी भी तरह का लोन इत्यादि नही है। जिसके बाद उन्होंने उसके सामने इस फैक्ट्री को एक करोड़ पचपन लाख रुपये में बेचने का प्रस्ताव रखा एवं समस्त धनराशि को 30 दिन में देने की मांग की। सौदा फाइनल होने पर 20 लाख रुपये चैक द्वारा संजय केसरी को दिये गये। इसके बाद आठ लाख रुपये का चैक श्रृष्ठी केसरी के नाम, ग्यारह लाख रुपये संजय केसरी के नाम, एक लाख रुपये मैसर्स सेन्डी मशीनरी एण्ड टूल्य प्रा. लि. के नाम पर दिये गये। जिसमें से श्रृष्ठी केसरी व संजय केसरी के नाम पर देय चेकों का भुगतान भी उनके खाते में हो गया जबकि संजय केसरी ने जानबूझ कर अपनी कम्पनी के नाम पर देय चैक को बैंक में समाशोधन हेतु प्रस्तुत ही नहीं किया।
शशांक ने बताया कि 100 रुपये के स्टाम्प पर उक्त सौदे का करार शमशेर मलिक पुत्र बुन्दू मलिक निवासी ग्राम बैंतवाला, काशीपुर व मुहम्मद अशरफ सिद्दीकी एडवोकेट, काशीपुर की उपस्थिती में किया गया। इसके उपरांत संजय केसरी ने उससे कहा कि मेरी फैक्ट्री के सौदे की शेष धनराशि में से कुछ धनराशि की आवश्यकता है। मेरा पुत्र अमेरिका में पढ़ाई कर रहा है उसकी फीस आदि जमा करने के लिए मुझ कुछ धनराशि की आवश्यकता है। जिस पर उसने दस लाख रुपये का चैक आर्यन केसरी के नाम पर तथा दस लाख रुपये का चैक दूसरे पुत्र एडविक केसरी के नाम पर दिये।
शशांक ने बताया कि इस प्रकार दिनांक 26-07-2022 से 01-02-2023 तक उक्त लोगों ने उससे कुल 1,28,12,700/- (एक करोड़ अट्ठाइस लाख बारह हजार सात सौ रूपये) की रकम चैक व आरटीजीएस/एनईएफटी के माध्यम से आर्यन केसरी के नाम पर पच्चीस लाख रुपये, एडविक केसरी के नाम पर दस लाख रुपये, श्रृष्ठी केसरी के नाम पर अट्ठाइस लाख रुपये, संजय केसरी के नाम पर चौदह लाख रूपये एवं मैसर्स सेन्डी मशीनरी एवं टूल्स के नाम पर इक्यावन लाख रुपये अदा किये जा चुके हैं। इसके अलावा 12,700 रुपये संजय केसरी के कथनानुसार बिजली विभाग से पुराना कनंशक्न की शेष धनराशि कं मद में जमा किये।
शशांक ने कहा कि उपरोक्त संजय केसरी आदि ने यह जानते हुए कि इस भूमि/फैक्ट्री पर काफी लोन है तथा यह लोग पूर्व में बैंक डिफाल्टर हैं और बैंक से प्रोपर्टी पर पूर्व से लोन है और लोन के बाद भी प्रोपर्टी उसे बेचने के लिए सौदा कर पैसे हड़प लिये। जब उसने संजय से अपने पैसे वापिस मांगे तो वह उसे माँ-बहन की गंदी-गंदी गालियाँ देने लगा तथा कहने लगा कि अपने पैसे भूल जा वरना अपनी जान से हाथ धौ बेटेगा। इतने रुपये में तो मैं तेरे पूरे खानदान का मर्डर करा दूंगा। मैं दिल्ली/हरियाणा का रहने वाला हूँ यहाँ मैने बहुत गुंडे पाल रखे हैं। मेरा काम ही यही है। अगर मेरे या मेरे परिवार के खिलाफ किसी भी तरह की कोई भी कानूनी कार्यवाही करी तो तेरे पूरे परिवार को मिट्टी में मिला दूंगा।
शशांक की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 504, 506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।