आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : साइबर ठगों ने ठगी के बड़े कारनामें को अंजाम देते हुए दो अलग-अलग बैंक खातों से लगभग 28 लाख रुपये की रकम उड़ा दी। दोनों लोगों ने पुलिस में तहरीर देकर उनकी रकम वापिस दिलाये जाने की मांग की है। पुलिस ने दोनों मामलों में जांच शुरू कर दी है।
कुंडेश्वरी स्थित आयोनेक्स कंपनी के स्वामी अनूप सिंह पुत्र महेंद्र सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनकी कंपनी का आईसीआईसीआई बैंक में खता है। विगत 20 नवंबर को अचानक उसका जिओ कंपनी का सिम बंद हो गया। सिग्नल नहीं आने पर जब उसने नेट से बैंक एकाउंट की डिटेल चेक की तो पता चला कि उसके बैंक खाते से 27 लाख रुपये तीन अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिये गये हंै।
अनूप सिंह ने बताया कि कंपनी के खाते से 20 नवंबर को पांच लाख रूपये निकाल कर रूम नाम की एक महिला के खाते में डाले गए हैं। 20 तारीख को ही साढ़े ग्यारह लाख रूपये दिनेश और ग्याहरह लाख 25 हजार रुपये सुखदेव के खाते में डाले गए। इस तरह साइबर ठगों ने उनके खाते से 27 लाख 75 हजार रूपये उड़ा लिये। जब उन्हें इस लेनदेन के विषय में जानकारी हुयी तो उन्होंने तुरंत ही आईसीआईसीआई बैंक के प्रबंधक को प्रार्थना पत्र देकर पैसा वापस करने की मांग की, लेकिन पता चला कि पैसा किसी ने अन्य खातों में ट्रांसफर कर उनके साथ ठगी की है। पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ धारा 420 आईपीसी में मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
वहीं, दूसरे मामले में ठगों ने एक बढ़ई के दो बैंक खातों से 65 हजार रूपये निकाल लिए।
मौ. महेशपुरा, मदर काॅलोनी निवासी इस्माइल सैफी पुत्र सलीम अहमद ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उसने कुछ दिन पूर्व एक सोफा बनाकर ओएलएक्स पर डाला था। इस दौरान साइबर सोफे का 12 हजार रुपये में एक व्यक्ति से सौदा तय हो गया। सौदा तय होने के बाद विगत मंगलवार की रात हरियावाला, स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा के उसके खाते से तीन बार में 12 हजार व एक बार में 25 हजार रुपयों की नकदी निकाल ली गई। इसी तरह स्टेशन रोड काशीपुर स्थित बैंक ऑफ इंडिया के खाते से 3 हजार रुपयों की नकदी निकाली गई। इस तरह 4 बार में बढ़ई के खाते से कुल 65 हजार रुपयों की नगदी शातिर ठगों ने पार कर दी।