खटीमा पुलिस ने किया बैंक डकैती का खुलासा, दो गिरफ्तार

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खटीमा (महानाद) : खटीमा पुलिस ने बैंक ऑफ बड़ौदा में हुई लूट का खुलासा करते हुए 2 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जबकि एक बदमाश अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है।

मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी उधम सिंह मंजूनाथ टीसी ने बताया कि बैंक ऑफ बडौदा झनकट, खटीमा की मैनेजर कुसुमलता पत्नी सिद्वार्थ घनसेला द्वारा बैंक ऑफ बडौदा झनकट शाखा में अज्ञात बदमाशों द्वारा बैंक में 4,42,000/- लूट ले जाने जाने के सम्बन्ध में तहरीर दी गई। जिस पर पुलिस द्वारा एफआईआर सं. 80/2022 धारा 392/342 आईपीसी के तह दर्ज कर उसकी जांच एसआई देवेन्द्र गौरव के सुपुर्द की गई।

दिन दहाड़े हुई तमंचे व चाकू के बल पर बैंक लूट की घटना से क्षेत्र में काफी सनसनी एवं भय का माहौल पैदा हो गया था। उक्त घटना के जल्द से जल्द खुलासे के लिये एसएसपी मंजूनाथ टीसी द्वारा एसपी अपराध व सीओ खटीमा के पर्यवेक्षण में उक्त अभियोग के अनावरण हेतु स्वयं घटनास्थल पर पहुॅंचकर थाना पुलिस व जनपद की एसओजी सहित भिन्न-भिन्न पुलिस टीमों का गठन कर घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज तथा पुराने प्रकाश में आये अपराधियों का सत्यापन तथा स्थानीय स्तर पर सुरागरसी पतारसी करने के निर्देश दिये।

घटना के खुलासे के लिये लगभग 10 टीमों का गठन किया गया। उक्त टीमों द्वारा घटनास्थल से करीब 100 किमी के दायरे में लगे लगभग 500 सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन व सर्विलांस की मदद से बैंक लूट की घटना में 1. ललित मानवेन्द्र सिंह पुत्र मुन्शी सिंह शेखावत, निवासी वार्ड नं. 4, खोह, जिला झुंझनु, राजस्थान 2. नरेन्द्र कुमार पुत्र लक्ष्मण राम निवासी वार्ड नं. 4, खोह, जिला झुंझनु, राजस्थान तथा 3. पशुपति पुत्र रामकिशन निवासी वृन्दावन इन्कलेव, चेतना कालोनी, नियर मिल्क डेयरी, बरेली, उ.प्र. मूल निवासी ग्राम गांगी गिधौर, थाना खटीमा, जिला ऊधम सिंह नगर के नाम प्रकाश में आये।

पुलिस टीम द्वारा तत्परता से उक्त अभियुक्तगणों में से नरेन्द्र कुमार व पशुपतिनाथ को दिनांक 24-4-2022 को कॉमन नदी के पुल ग्राम गांगी से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आये कि पशुपतिनाथ धारा 420 आईपीसी के मामले में जिला कारागार झुंझुनू, राजस्थान में बंद था। वहीं पर ललित मानवेन्द्र सिंह भी एक बैंक लूट के मामले में बन्द था। इन दोनों की वहीं पर मुलाकात व दोस्ती हुई। जेल से बाहर आने के बाद दोनों सम्पर्क में थे। इसी दौरान इनके द्वारा खटीमा में बैंक लूट की योजना बनायी गई। घटना से पूर्व पशुपतिनाथ ने ही नरेन्द्र कुमार व ललित को स्थानीय रास्ते व क्षेत्र के बारे में जानकारी दी तथा पशुपतिनाथ की बाइक स्टेनर घटना में प्रयोग हुई है। घटना के बाद बचने के लिये व धोखा देने के लिये अभियुक्तगणों ने बाइक के नम्बर से भी छेड़छाड़ कर फर्जी नं. प्लेट लगा दी गई। अभियुक्त ललित मानवेन्द्र सिंह फरार है। गिरफतार अभियुक्त के कब्जे से बैंक से लूटी गयी कुल रकम में से 1,70,000/- बरामद हुये हैं। लूट के पैसों में से 50,000/- रुपये नरेन्द्र कुमार तथा 20,000 रुपये पशुपति नाथ खर्च कर लिये गये हैं। बाकी पैसे ललित मानवेन्द्र सिंह के पास होना बताया है। अभियुक्तगणों के पास से 2 तमंचे 12 बोर व 2 कारतूस तथा घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद हुए हैं। जांच के बाद मामले में धारा 411/120 बी/420/465/467/471 भादवि व 3/25 आर्म्स एक्ट की बढोत्तरी की गयी है। बैंक में गार्ड न होने एवं भीड कम रहने के कारण अभियुक्तगणों द्वारा लूट के लिये इस बैंक को चुना गया था।

पछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि वे बरेली के होटल कारा में रुकते थे तथा वहीं से अभियुक्त पशुपतिनाथ की बाइक स्टेनर में आकर रैकी करते थे। बाइक की नं. प्लेट में मिटटी लगाकर नं. छिपाया गया था। ये लोग अपना मोबाईल बरेली में ही बन्द कर देते थे। बरेली से नरेन्द्र व ललित बाइक में आते थे तथा पशुपतिनाथ बस से आता था। पीलीभीत में पूर्व नियोजित स्थान पर मिलते थे। वहाँ से तीनों पोलीगंज तक बाइक में ही आये। पशुपतिनाथ पोलीगंज में ही उतर गया। पोलीगंज से नरेन्द्र व ललित ही घटना कारित करने के लिये आये। घटना कारित करने के उपरान्त पुलिस को भ्रमित एवं चेकिंग से बचने के लिये इनके द्वारा गाँव देहात के स्थानीय मार्ग तथा पोलीगंज के बाद बनगवा, रघुलिया आदि के जंगल वाले रास्तों से वापस भागे। अभियुक्तगणों द्वारा दिनांक 5-4-2022 को भी घटना करने की योजना बनायी थी परन्तु बैंक में भीड़ होने के कारण घटना कारित नहीं कर पाये। इनके द्वारा घटना कारित करने से पहले पहने कपड़ों के उपर दूसरे कपडे डाल लिये तथा घटना कारित करने के उपरान्त ऊपर पहने कपड़ों को निकाल लिया क्योंकि घटना कारित के दौराने पहने कपड़े वालों की ही पुलिस चेकिंग करती है।

पुलिस टीम में कोतवाल खटीमा नरेश चौहान, एसएसआई देवेन्द्र गौर, एसआई ललित मोहन रयाल, धीरज वर्मा, संदीप पिल्ख्वाल, पंकज महर, कैलाश देव, विजय कुमार, कां. नासिर, शहनवाज, हरेन्द्र थापा, ललित मोह नेगी, नवीन रजवार, चंद्र सिंह, नवीन चाोलिया।

इनकईया थानाध्यक्ष दिनेश फर्त्याल।

थाना नानकमत्ता से थानाध्यक्ष केसी आर्या, एसआई जावेद मलिक, विजेन्द्र कुमार, योगेन्द्र तथा कां. नवनीत कुमार।

एसओजी रुद्रपुर प्रभारी एसआई कमलेश भट्ट, कां. भूपेन्द्र आर्य, ललित कुमार, पंकज बिनवाल, प्रभात चौधरी, महेन्द्र डंगवाल, कुलदीप, गणेश पाण्डेय तथा एडीटीएफ प्रभारी कमाल हसन व पुलभट्टा थानाध्यक्ष विद्यादत्त जोशी, थानाध्यक्ष शामिल थे।