जयपुर (महानाद) : विद्याधर नगर के सेक्टर 2 में एक भतीजे ने दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड जैसे ही अपनी सगी ताई की हत्या कर दी। यहां एक इंजीनियर युवक ने अपनी सगी ताई की हथौड़े से सिर फोड़कर हत्या कर दी और उनका शव घसीट कर बाथरूम में ले गया। इसके बाद बाजार से मार्बल कटर लेकर आया और ताई के शव के 8 टुकड़े कर ट्रॉली बैग में भर कर दिल्ली-सीकर हाईवे पर तीन अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया और फिर घूमने के लिए हरिद्वार चला गया।
मामले की जानकारी देते हुए डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि विगत 11 दिसंबर को विद्याधर नगर के सेक्टर-2 में सरोज देवी (62 वर्ष) ने अपने भतीजे अनुज शर्मा को कीर्तन में जाने से मना किया और कहा कि मत जाओ मेरे पास ही रहो। जिस पर वह गुस्से में आ गया और हथौड़े से सरोज देवी की हत्या कर दी। इसके बाद उसने मृतका की बॉडी को चाकू से काटने की कोशिश की। जब उससे हड्डियां नहीं कटीं तो वह बाजार से मार्बल कटर खरीद कर ले आया और उससे बॉडी के टुकड़े-टुकड़े किए। इसके बाद वह तीन-चार घंटे बाद तक अपनी ताई के शव के टुकड़ों को ठिकाने लगाने की कोशिश करता रहा।
मृत सरोज देवी की दो बेटियां पूजा शर्मा (38) और मोनिका हैं। दोनों की शादी हो चुकी है। उनका भाई अमित विदेश में रहता है। पूजा ने बताया कि उनके पिता की मृत्यु 1995 में हो गई थी। मां सरोज देवी विद्याधर नगर में उनके चाचा बद्री प्रसाद शर्मा के यहां रहती थीं। 12 दिसंबर को आरोपी अनुज ने पूजा शर्मा को फोन कर बताया कि 11 दिसंबर की दोपहर करीब 3 बजे बड़ी मम्मी (सरोज देवी) रोटी देने के लिए घर से बाहर गई थीं। इसके बाद वापस नहीं लौटीं। उसने विद्याधर नगर थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट करवा दी है। फोन सुनते ही उसी दिन बड़ी बहन मोनिका चाचा के घर आ गई। 13 दिसंबर को मोनिका घर में ही थी। तभी उसने देखा कि अनुज दीवार पर लगे खून के धब्बे कपड़े से साफ कर रहा था। मोनिका ने जब उससे खून के बारे में पूछा तो वह घबरा गया और बोला कि मुझे नकसीर आ गई थी। जो दीवार पर लग गई, उसे साफ कर रहा हूं। मोनिका को शक हुआ तो उसने यह बात अपनी छोटी बहन पूजा को फोन करके बताई। जिसके बाद पूजा भी अपने पति के साथ 15 दिसंबर को चाचा के घर पहुंच गई।
घर पहुंचने पर पूजा शर्मा ने अपनी बड़ी बहन मोनिका शर्मा से अपने चचेरे भाई अनुज के बारे में पूछा तो मोनिका ने बताया कि वह हरिद्वार घूमने गया है। जब दोनों बहनों ने आपस में बातें की तो उनका शक अनुज पर और गहरा गया। इसके बाद शुक्रवार की शाम को थाने जाकर दोनों बहनों ने अपनी लापता मां की हत्या का शक जताया और अपना शक अनुज पर जताया।
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि अपनी ताई की हत्या करने के अनुज लगभग तीन-चार घंटे तक शव के टुकड़ों को लेकर घूमता रहा। वह साथ में बाल्टी भी लेकर गया था। शाम के करीब 4 बजे सीकर-दिल्ली हाईवे पर वन विभाग की चौकी के पीछे उसने शव के टुकड़ों को फेंक दिया और बाल्टी से टुकड़ों के ऊपर मिट्टी डाल दी और बैग तथा बाल्टी लेकर घर लौट आया और बैग को धो दिया।
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि हत्या वाले दिन अनुज के बद्री प्रसाद और बहन शिवी इंदौर गए थे। इंदौर में शिवी के रिश्ते की बात चल रही है। शिवी जयपुर स्थित एक आईटी कंपनी में नौकरी करती है। 12 दिसंबर को बद्री प्रसाद और शिवी इंदौर से वापस जयपुर आ गए थे।