अभिनव अग्रवाल
हरिद्वार (महानाद) : पुलिस ने एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के नेतृत्व में सिडकुल क्षेत्र में हुई युवक की बेहद सनसनीखेज हत्या का खुलासा करते हुए उसकी प्रेमिका व प्रेमिका के पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। लिव इन में रह रही महिला ने अपने पति के साथ मिलकर अपने प्रेमी को ठिकाने लगाया था।
आपको बता दें कि थाना सिडकुल पुलिस को सूचना मिली कि एक घर से तेज दुर्गंध आ रही है, आप जल्दी आ जाओ। जब सूचना पर सिडकुल पुलिस पहुंची तो दरवाजा तोड़कर अंदर की स्थिति देखी तो वहां एक युवक की लाश पड़ी थी। ऐसे सनसनीखेज मामले पर जल्दी ही सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। दिनांक 28/06/2024 को पीलीभीत, उ.प्र. निवासी श्रीराम की तहरीर के आधार पर उसके भाई लक्ष्मण को जहर देकर मारने के संबंध में धारा 302, 120बी आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
मामला एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के संज्ञान में आने पर उनके द्वारा प्रकरण के जल्द खुलासे हेतु अधिनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गये एवं समय-समय पर मामले की प्रगति के बारे में थानाध्यक्ष सिडकुल से वार्ता कर टिप्स दिए। घटना के सफल खुलासे हेतु गठित पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल से साक्ष्य संकलन के साथ साथ मेहनत करते हुए संकरी गली मौहल्लों सहित मुख्य मार्गों के 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज चेक कर सर्विलांस के माध्यम एवं सक्रिय किए गए मुखबिर तंत्र की सटीक सूचना पर आरोपी महिला अंजू देवी पत्नी मधु राय व उसके पति मधु राय पुत्र खूनी राय निवासी ग्राम कुण्डवे, थाना जरमुडी, जिला दुमका, झारखण्ड को बस अड्डे से रानीपुर मोड की ओर आते हुए दबोच लिया।
पूछताछ करने पर आरोपी महिला अंजू देवी ने बताया कि उसकी शादी लगभग 9 वर्ष पूर्व मधु राय से झारखंड में हुई थी। जहां मधु राय घर जमाई के रूप में रहता था, लेकिन जल्दी ही दोनों के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर मनमुटाव हो गया और मधु राय ने अपनी पत्नी अंजू देवी को मारना पीटना शुरू कर दिया जिससे तंग आकर एक दिन अंजू देवी घर छोड़कर सीधे बरेली चली गई जहां पीलीभीत से काम की तलाश में बरेली आए लक्ष्मण से उसकी मुलाकात हुई। लक्ष्मण उस समय पोकलैंड मशीन चलाता था जल्दी ही दोनों की दोस्ती हो गई और दोनों ने साथ रहना शुरू कर दिया।
एसएसपी ने बताया कि एक दिन लक्ष्मण, अंजू को अपने घर पीलीभीत ले गया जहां घर वालों ने शादीशुदा महिला को घर लाने पर आपत्ति करी जिससे दोनों जन काम की तलाश एवं रहने के इरादे से हरिद्वार आकर मजदूरी करने लगे और सिडकुल क्षेत्र में रहने लगे। हरिद्वार में प्रेम शंकर आश्रम में अंजू देवी के कोई परिचित रहते थे जिनसे मिलने कभी-कभी अंजू देवी जाया करती थी। वहीं किसी दिन सत्संग के दौरान अंजू देवी की मुलाकात अपने पति मधु राय हो गई जिस पर पुरानी बातों को लेकर दोनों के बीच में गिले शिकवे हुए और कई साल बाद अपने लगभग 8 साल के बेटे को देखकर अंजू देवी को बड़ा अच्छा लगा।
अंजू देवी ने अपने प्रेमी लक्ष्मण को बोलकर अपने कमरे के पास में ही मधु राय व बेटे की रहने की व्यवस्था करा दी और आसपास सभी से कहा कि यह मेरा भाई और यह मेरा भतीजा है। सभी का रोज मिलना जुलना होने लगा। लेकिन वक्त बीतने के साथ जब लक्ष्मण को शक हुआ तो उसने अंजू देवी के साथ मारपीट शुरू कर दी यह बात मधु राय को बहुत बुरी लगी। तब दोनों पति-पत्नी ने लक्ष्मण को अपने रास्ते से हटाने का मन बना लिया और एक दिन मौका पाकर दोनों ने खाने में जहर मिलाकर लक्ष्मण को दिया और उसके बेहोश/मरने पर कमरा बंद करके भाग गए। इसके कई दिन बाद कमरे से बदबू आने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी और पूरी घटना इस तरीके से सामने आई।
सिडकुल पुलिस द्वारा कम समय के भीतर कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए जिस प्रकार से पूरे मामले का खुलासा किया तो कई क्षेत्रवासियों द्वारा थाने जाकर थाना अध्यक्ष सहित हरिद्वार पुलिस एवं कप्तान की कार्यशैली की सराहना की है।