भोपाल (महानाद) : मध्य प्रदेश सरकार के गृह मंत्री की सख्ती के बाद डाबर ने करवाचौथ पर बनाये गये अपने ‘आपत्तिजनक’ विज्ञापन को हटा लियाहै। बता दें कि गृह मंत्री ने राज्य के डीजीपी को डाबर इंडिया कंपनी को अपने एक उत्पाद का ‘‘आपत्तिजनक’’ विज्ञापन वापस लेने के लिए कहने अथवा विज्ञापन वापस नहीं लेने की स्थिति में कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।
बता दें कि डाबर इंडिया लिमिटेड ने अपने प्रोडक्ट फेम क्रीम ब्लीच के विज्ञापन में एक समलैंगिक महिला जोड़े को करवा चौथ मनाते हुए और एक-दूसरे को छलनी से देखते हुए दिखाया गया था।
गृह मंत्री मिश्रा ने पत्रकारों से कहा कि ‘‘मैं इसे बहुत गंभीर विषय मानता हूं। हिंदू धर्म के धार्मिक त्यौहारों को लेकर ही इस तरह की क्लीपिंग, विज्ञापन क्यों जारी किए जाते हैं? आज वो इन लेस्बियन को करवा चौथ का व्रत तोड़ते हुए, छलनी में देखते हुए बता रहे हैं। कल को ये दो लड़कों को ही शादी के फेरे लेते हुए दिखा देंगे। ये घोर आपत्तिजनक है। मैंने डीजीपी को निर्देश दिए हैं कि इसका परीक्षण कराएं और उस कंपनी को इसे हटाने को कहें अन्यथा हम वैधानिक कार्रवाई करेंगे।’’
सरकार के कड़े रुख के बाद डाबर ने अपना विज्ञापन वापस ले लिया और बयान जारी करते हुए ट्वीट कर कहा, ‘फेम का करवाचौथ कैंपेन सभी सोशल मीडिया हैंडल से वापस ले लिया गया है और अनजाने में लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए हम बिना शर्त माफी मांगते हैं।’
बता दें कि करवा चौथ के पर्व पर विवाहित हिंदू महिलाएं, विशेषतौर पर उत्तर भारत में, अपने पति की सुरक्षा और दीर्घायु के लिए सूर्याेदय से चंद्रोदय तक व्रत रखती हैं और व्रत पूरा करने की रस्म में पत्नी छलनी के द्वारा चंद्रमा के साथ अपने पति का चेहरा देखती है। इस बार 24 अक्टूबर, रविवार को करवा चौथ मनाया गया।