आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए एतिहासिक चैती मेले को रद्द कर दिया गया है। अब मेला परिसर में केवल प्रसाद की दुकानें लगेंगी।
चैती मेले को लेकर आज एसडीएम कार्यालय परिसर में एक बैठक का आयोजन किया गया। जहां संयुकत मजिस्ट्रेट गौरव सिंघल ने बताया कि मेला परिसर में प्रसाद की दुकान लगाने को लेकर कोई रोक नहीं है। लेकिन दुकानदारों को कोविड गाइडलाइंस का पालन करना होगा। वहीं आज से पूरे प्रदेश में नाइट कर्फ्यू के चलते मला परिसर में भी रात्रि में कोई भी दुकान नहीं खुलेगी। प्रसाद की दुकानें भी मां बाल सुंदरी देवी की प्रतिमा वापस आने के दिन 25 अप्रैल तक ही लगेंगी।
संयुक्त मजिस्ट्रेट गौरव सिंघल ने कहा कि मेले में केवल मंदिर में दर्शन कर प्रसाद चढ़ाया जा सकता है। मेले में सीमित संख्या में प्रशाद की दुकानें लगेंगी। मेले में 200 लोगों को ही अनुमति दी जायेगी। वहीं बैठक में मौजूद पंडा परिवार के सदस्यों ने मांग की कि मां बाल सुंदरी देवी के डोले के मंदिर में परंपरागत ढंग से आने के बजाय विगत वर्ष की भांति सरकारी वाहन में आने की व्यवस्था की जाये। मेले में प्रसाद की दुकानें मंदिर परिसर से दूर लगाये जाने का निर्णय लिया गया ताकि मंदिर के आसपास श्रद्धालुओं की भीड़ न लग पाये।
बैठक में तहसीलदार विपिन कुमार पंत, कोतवाल संजय पाठक, आईटीआई थानाध्यक्ष विद्यादत्त जोशी, कोरोना नोडल अधिकारी डाॅ. अमरजीत साहनी, नगर निगम कार्यालय अधीक्षक विकास शर्मा, प्रधान पंडा वंशगोपाल अग्निहोत्री, मुख्य पंडा विकास अग्निहोत्री, कृष्ण गोपाल अग्निहोत्री, मनोज अग्निहोत्री, शक्ति अग्निहोत्री आदि मौजूद थे।