अतिक्रमण हटाने के बाद पार्किंग, वेंडिंग जोन तथा स्टैंड आदि बनाने के लिए किया जाएगा इसका इस्तेमाल
गोरखपुर (महानाद) : सिंचाई विभाग द्वारा 11 किलोमीटर की लंबाई में 28.05 एकड़ जमीन नगर निगम को मिलने के बाद शहर के अंदर से गुजरने वाली इस नहर पर हो रहे अतिक्रमण पर नगर निगम जल्द ही बुलडोजर चलाएगा। ध्वस्तीकरण की जद में लगभग तीन हजार घर व अन्य निर्माण आएंगे। अतिक्रमण हटाने के बाद इसका इस्तेमाल पार्किंग, वेंडिंग जोन तथा स्टैंड आदि बनाने के लिए किया जाएगा। नगर निगम ने सोमवार से ही कब्जा हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। निगम ने महुई सुघरपुर के पास नलकूप विभाग के 6 पुराने कार्यालयों पर अपना ताला जड़ दिया है इन कार्यालयों का उपयोग आवास के रूप में किया जा रहा था।
बता दें कि पथरा से रुस्तमपुर, दाउदपुर होते हुए पैडलेगंज तथा अन्य स्थानों से होते हुए गुजरने वाली इस नहर के बंद होने के बाद से ही लोगों ने इस पर कब्जा कर अपने मकान बनवाने शुरू कर दिये थे। 2013 में जब इसकी शिकायत हुई तो प्रशासन ने 2015 में नहर की जमीन का चिह्नांकन शुरू करवाया लेकिन एक-दो बार कब्जा हटाने के बाद अभियान ठप पड़ गया था। इसके बाद सिंचाई विभाग ने नहर की जमीन को नगर निगम को हैंडओवर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। जो अब पूरी हो गई।