कोरोना महामारी में उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा देने के लिए एससीजी आईएमटी ने डॉ. शांतनु को किया मरणोपंरात सम्मानित

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विकास अग्रवाल
काशीपुर (महानाद) : कोरोना जैसी भयंकर महामारी से समूचे काशीपुर एवं आसपास के क्षेत्रों में अभूतपूर्व सेवा एवं योगदान से लोगों की जान बचाने वाले डॉ. शांतनु सारस्वत ने मात्र 28 वर्ष की अल्पायु में जीवन को अलविदा कह दिया।

ज्ञातव्य है कि डॉ. शान्तनु को इस सेवा के बदले तीन बार कोरोना जैसी भयानक महामारी से जूझना पड़ा। इसका भीषण परिणाम हमें ये देखने को मिला कि मात्र इतनी कम आयु में डॉ. शान्तनु हमें छोड़ गए। सत्येन्द्र चंद्र गुड़िया आईएमटी एवं लॉ कालेज ने उनके प्रति अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए 24 अप्रैल को संस्थान के संस्थापक स्व. सत्येंद्र चंद्र गुड़िया की 12हवीं पुण्यतिथि के अवसर पर प्रांगण में पधारे मुख्य अतिथि केबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के कर कमलों द्वारा डॉ. शान्तनु सारस्वत को मरणोपरांत ‘महान कोरोना वारीयर’ सम्मान से सम्मानित किया गया। उक्त सम्मान उनके चाचा रवि सारस्वत ने ग्रहण किया।

इस अवसर पर पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, भाजपा विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा, संस्थान की अध्यक्ष विमला गुड़िया एवं डॉक्टर अंजन रे, डॉ. दीपिका गुड़िया आत्रेय मुख्यरूप से उपस्थित रहे।

इस अवसर पर वहाँ उपस्थित समस्त अतिथियों ने डॉ. शांतनु सारस्वत को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए सदैव उनके नाम को अमर रखने का संकल्प लिया।