आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : कुंडेश्वरी क्षेत्र में स्टोन क्रेशरों के स्वामियों के द्वारा अवैध रूप से धरती का सीना चीर उप खनिज निकालकर लाखों के वारे न्यारे करने के मामले में स्थानीय प्रशासन के द्वारा कोई कठोर कार्यवाही नहीं होने से आक्रोशित स्थानीय ग्रामीणों और किसान संगठनों और अन्य सामाजिक संगठनों के लोगों द्वारा उप जिलाधिकारी कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया गया।
आपको बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गृह जनपद उधम सिंह नगर में एक बार फिर अवैध खनन ने जोर पकड़ लिया है। जहां स्टोन क्रेशर स्वामी पोकलैंड, जेसीबी की मदद से गहरे-गहरे गड्ढे खोद कर अवैध खनन के कारोबार को अंजाम दे रहे हैं वहीं मशीनों द्वारा हो रहे अवैध खनन की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भी प्रशासनिक अमला इस ओर कोई भी ध्यान देता हुआ दिखाई नहीं दिया तो कुंडेश्वरी क्षेत्र में स्थित मुरली स्टोन क्रेशर, जय स्टोन क्रेशर, नेशनल स्टोन क्रेशर सहित क्षेत्र में स्थित क्रेशर द्वारा अवैध खनन के इस काले कारोबार को अंजाम दिया जाता रहा है। पोकलैंड, जेसीबी की मदद से धरती का सीना चीर लगभग 100 फिट से अधिक गहरे गड्ढे खोद दिए गए हैं। जिससे कुंडेश्वरी के ग्राम जुड़का, गुलजारपुर, महादेव नगर आदि अनेक ग्रामीण क्षेत्रों में जल स्तर का संकट मंडराने लगा।
चिंतित ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों से समय-समय पर शिकायतें भी की गयीं लेकिन शिकायतों को अधिकारी नजर अंदाज करते दिखे। जिससे आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए बीते 24 फरवरी से जल एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति के बैनर तले ग्राम जुड़का में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया। जिसके बाद हरकत में आए स्थानीय प्रशासन ने वहां पहुंचकर स्टोन क्रेशरो पर जाकर कागजी कार्यवाही की। मामले में अब तक स्थानीय प्रशासन के द्वारा कोई कठोर कार्यवाही नहीं किये जाने से गुस्साए ग्रामीणों तथा किसान संगठनों व अन्य सामाजिक संगठनों ने प्रशासन के खिलाफ स्टोन क्रेशर स्वामियों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए काशीपुर में उपजिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों के अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को भारतीय किसान यूनियन, अन्नदाता किसान यूनियन के अलावा भीम आर्मी और अन्य सामाजिक संगठनों ने समर्थन दिया।
इस दौरान जल एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति के बैनर तले मौजूद प्रदर्शनकारियों का कहना था कि नेशनल स्टोन क्रेशर के द्वारा ग्राम जुड़का, जय स्टोन क्रेशर के द्वारा ग्राम गुलजारपुर में, मुरलीवाला स्टोन क्रेशर के द्वारा ग्राम महादेव नगर में मशीनों के द्वारा 80 से 100 फीट तक के खुदान कर अवैध खनन किया जा रहा है तथा उक्त पानी लगभग 8 से 10 इंच के 10-10 पम्पसेट लगाकर किसानों की जमीनों में एवं पास की नदी और नहरों में छोड़ रहे हैं जिससे कि उक्त क्षेत्रों का जल स्तर गिरता जा रहा है जिससे वाटर लेवल काफी नीचे आ गया है जिससे क्षेत्र के नल सूख गए हैं तथा सिंचाई वाले पाइप भी सूख गए हैं और आसपास के सभी ग्रामों का जलस्तर गिरने से वन संपदा पेड़ पौधे सूख जाने और नदी नाले सूख जाने तथा जंगली जानवरों को पानी नहीं मिलने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
उन्होंने कहा कि पानी ना मिलने की वजह से पशु मरने की कगार पर पहुंच जाएंगे तथा हमारा हरा भरा क्षेत्र बर्बाद हो जाएगा। किसानों के खेतों में सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध नहीं हो पाने से क्षेत्र में हाहाकार मच जाएगा एवं जल एवं पर्यावरण पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इस अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए प्रदर्शन भी कर रहे हैं लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक अधिकारी स्टोन क्रेशरों के खिलाफ वहां पर आकर कार्यवाही का आश्वासन नहीं देते सप्ताह की अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
इस मौके पर जल एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति के संरक्षक चरणजीत सिंह, अध्यक्ष रेशम सिंह, उपाध्यक्ष बलवीर सिंह, सचिव चरण सिंह, कोषाध्यक्ष हिमांशु नौगाई, सदस्य अमन घुम्मन, महिला उपाध्यक्ष रजविंदर कौर के अलावा प्रताप सिंह विर्क, भारतीय किसान यूनियन युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह जीतू, होशियार सिंह गौतम, पंकज कुमार मोनू, सूरजपाल, भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष अजय गौतम, सीमा कौर, हरदीप सिंह संधू सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।