गाजियाबाद (महानाद) : मुरादनगर में क्राइम ब्रांच की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मकान के तहखाने में चल रही अवैध हथियारों की फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए ससुर-दामाद सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से 50 बने-अधबने हथियार, हथियार बनाने में इस्तेमाल किये जाने वाले उपकरण तथा 1.5 लाख रुपये बरामद किये हैं।
बुधवार को गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मुरादनगर की गुड़ मंडी के जीतपुर स्थित एक मकान पर छापा मारा लेकिन पूरा मकान अंदर से खाली पड़ा था। गहरी छानबीन के बाद अंदर कमरे में पहुंचने पर पुलिस को एक मेनहोल जैसा ढक्कन रखा मिला। ढक्कन हटाया तो देखा कि उसमें नीचे उतरने के लिए लोहे की सीढ़ी लगी हुई थी। जब पुलिसवाले इस सीढ़ी से नीचे उतरे तो देखा कि उके नीचे एक और तहखाना है और मकान से लगभग 15 फीट नीचे जमीन के अंदर हथियार बनाए जा रहे थे। पुलिस का मानना है कि इस मकान को अवैध धंधे चलाने के लिए ही खासतौर पर डिजाइन कराया गया होगा।
शनिवार को मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी पवन कुमार ने बताया कि पुलिस को मुरादनगर थानाक्षेत्र में शहजादपुर की पुलिया के पास एक मकान में अवैध हथियारों की फैक्ट्री चलने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर एसपी ग्रामीण ईरज राजा ने टीम को भेजकर छापेमारी कराई तो फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ। पकड़े गए आरोपी मुंगेर, बिहार निवासी मौहम्मद मुस्तफा उर्फ मुसरा, मौहम्मद सालम आलम व मौहम्मद कैफी आलम उर्फ मौहम्मद आरिफ और मेरठ निवासी सलमान व असगरी हैं। जबकि फैक्ट्री मालिक जहीरुद्दीन और उसका दामाद फयाज अभी फरार हैं। उन्होंने बताया कि इस फैक्ट्री को जहीरुद्दीन और उसके दामाद फयाज चला रहे थे, ये दोनों अवैध हथियारों के बड़े सौदागर हैं। असगरी मुख्य आरोपी जहीरुद्दीन की पत्नी है। जबकि सलमान उसका भतीजा है।
एसएसपी ने बताया कि जहीरुद्दीन पूर्व में मुंगेर से अवैध हथियारों की तस्करी करता था। इसके बाद उसने मेरठ में फैक्ट्री लगा ली। मेरठ पुलिस ने पूर्व में उसकी फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था। लेकिन जहीरुद्दीन तब भी मेरठ पुलिस के भी हत्थे नहीं चढ़ पाया था। फरारी के चलते उसपर मेरठ के नौचंदी थाने से 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है। मेरठ के मामले में जहीरुद्दीन जून में अपनी गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट से स्टे ले आया था। इसके बाद उसने मुरादनगर में दूसरी फैक्ट्री लगा ली। फैक्ट्री में हथियार बनाने के लिए वह मुंगेर से ही कारीगरों को बुलाता था।
क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि यह मकान मेरठ में कोतवाली क्षेत्र निवासी जहीरुद्दीन का है। जहीरुद्दीन हथियार बनाने और सप्लाई करने से जुड़ा है। पहले वह खुद इसी मकान में अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री चलाता था। तीन महीने पहले उसने यह मकान किराए पर दे दिया। जिन लोगों ने किराए पर लिया, वह गैंग भी मेरठ का है और हथियार बना रहा था। यहां पर 1500 रुपये में एक तमंचा और करीब 15,000 रुपए में एक पिस्टल तैयार की जा रही थी।
एसएसपी पवन कुमार ने फैक्ट्री का भंडाफोड़ करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।