मुंबई/बूंदी/राजस्थान (महानाद) : विगत 14 दिसंबर को गायब हुई 27 साल की उरवी उर्फ उमा वैष्णव हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने उर्वी के प्रेमी रियाज व उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि बूंदी के बीबनवा रोड स्थित दयानंद कॉलोनी में रहने वाली मृतका उरवी उर्फ उमा वैष्णव कोपरखेरण, महाराष्ट्र में एक होटल में वेटर का काम करती थी। विगत 14 दिसंबर को उसके भाई आरुष ने नेरूल पुलिस स्टेशन में उरवी की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। उसने बताया था कि उसकी बहन रोज शाम 5 बजे उसे फोन करती थी। जब उसका फोन नहीं आश तो उसने उसकी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला। जिस पर उसने थाने में अपनी बहन की गुमशुदगी दर्ज करवाई।
मामले की जानकारी देते हुए क्राइम ब्रांच यूनिट 2 के सीनियर इंस्पेक्टर रवींद्र पाटिल ने बताया कि विगत 17 दिसंबर को नवी मुंबई के पनवेल के धामनी गांव के ब्रिज पर एक युवती का शव लटका मिला था। मृतका की पहचान उरवी उर्फ उमा वैष्णव निवासी दयानंद कॉलोनी, बीबनवा रोड बूंदी, राजस्थान के रूप में हुई थी। पाटिल ने बताया कि उरवी के शव के पास जो चप्पल मिली उस पर एक शोरूम का नाम लिखा हुआ था। पुलिस उस शोरूम तक पहुंची और वहां लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उसमें उरवी एक युवक रियाज खान के साथ नजर आई। जिस पर पुलिस ने रियाज को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने उरवी की हत्या करना स्वीकार कर लिया।
पूछताछ के दौरान रियाज ने बताया कि वह एक जिम ट्रेनर है और घनसोली में जिम चलाता है। वह अक्सर उस होटल के बार में जाता था, जहां उरवी काम करती थी। दोनों में जान पहचान हो गई और फिर दोनों अक्सर मिलने लगे और दोनों में प्रेम संबंध बन गए। कुछ दिन बाद उरवी रियाज पर शादी करने का दबाव बनाने लगी। लेकिन रियाज पहले से शादीशुदा है। उरवी के शादी करने के दबाव से वह परेशान हो गया। उसे डर लगने लगा कि उरवी कहीं उसके खिलाफ कोई केस न कर दे। इस पर उसने उरवी की हत्या करने की ठान ली।
प्रतिदनि की तरह 14 दिसंबर को भी वह उरवी उर्फ उमा होटल के लिए निकली तो वह उसे छोड़ने की कहकर साथ ले गया। कार में उसके साथ उसका दोस्त इमरान शेख भी मौजूद था। इसके बाद उन्होंने कार में ही रस्सी से गला दबाकर उरवी की हत्या की और सुनसान जगह पर ले जाकर एक ब्रिज पर उसकी लाश को लटका दिया। उस पर किसी को शक नहीं हो इसके लिए वह लाश को लटकाने के बाद वह वापस उरवी के भाई आरुष के पास गया और बोला कि मेरा सिर दर्द कर रहा है तो आरुष ने उसे कॉफी बनाकर पिलाई थी। इसके बाद वह वहां से चला गया था।
आरुष ने बताया कि उरवी रोज शाम 5 बजे अउसे फोन करती थी। उस दिन जब उसका फोन नहीं आया तो उसने रियाज को फोन कर उरवी के बारे में पूछा, लेकिन रियाज ने फोन काट दिया और इसके बाद उसने उसका फोन उठाना बंद कर दिया। 17 दिसंबर को जब उरवी की लाश बरामद हुई तो आरुष ने रियाज पर ही अपनी बहन की हत्या करने का आरोप लगाया था। आरुष ने बताया कि उरवी को पता लग गया था कि रियाज पहले से शादीशुदा है जिसके बाद दोनों में मनमुटाव बढ़ गया था। उसकी बहन के अकाउंट से 8 लाख रुपए और गोल्ड भी गायब हैं।
पुलिस ने उरवी के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसका शव उसके परिजनों को सौंप दिया। जिसके बाद विगत 19 दिसंबर को बूंदी में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।