पराग अग्रवाल
जसपुर (महानाद) : कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत प्रदेश में लगे लॉकडाउन कर्फ्यू के चलते काफी समय से बंद पड़ी दुकानों की वजह से आर्थिक स्थिति से जूझ रहे व्यापारियों ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश मंत्री को अपने प्रतिष्ठानों की चाबी सौपी।
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष तरुण गहलौत के नेतृत्व में नगर के व्यापारियों ने काली पट्टी बांधकर गांधी आश्रम चैक पर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान व्यापारियों ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते राज्य में लगे लॉकडाउन कर्फ्यू की वजह से उनकी दुकानें काफी समय से बंद पड़ी हैं और कारोबार ठप हो गये हैं, जिस कारण व्यापारी आर्थिक परेशानियों से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति दे दी गई है तो सरकार उत्तराखंड में व्यापारियों को प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति क्यों नहीं दे रही है? राज्य सरकार को व्यापारियों से कैसा बैर है? व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को अपने प्रतिष्ठानों की चाबियां देने के लिए व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री निकेश अग्रवाल को सांैपी। उन्होंने राज्य सरकार से व्यापारियों को सैलरी देने की मांग की। जिससे छोटे व्यापारियों के घर का खर्च चल सके।
विरोध प्रदर्शन करने वालों में व्यापार मंडल जिला संरक्षक राजाराम राजपूत, उपाध्यक्ष नासिर अली, महामंत्री महफूज मंसूरी, हरिओम अरोरा, राहुल अग्रवाल, मधुप गोयल, मौहम्मद मोहसिन, सुंदर अरोरा, हरीश अरोरा आदि शामिल रहे।
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के विरोध प्रदर्शन के बाद दर्जनों व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन की सूचना न मिलने एवं चाबियां किसी प्रशासनिक अधिकारी अथवा जनप्रतिनिधि को नहीं सौंपने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन के वक्त किसी प्रशासनिक अधिकारी जैसे उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, कोतवाल अथवा विधायक एवं पूर्व विधायक का होना लाजमी था।