आकाश गुप्ता
काशीपुर (महानाद) : मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एसडीएम कार्यालय पर एकत्रित होकर शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी के द्वारा कुरान की 26 आयतों के हटाने के सम्बंध में सुप्रीम कोर्ट में डाली गई याचिका के विरोध में मुस्लिम समाज की तरफ से एक ज्ञापन एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा गया।
ज्ञापन में कहा गया कि इस प्रकार का गलत बयान सोशल मीडिया पर देते हुए साफ तौर पर देखा जा रहा है। उक्त व्यक्ति ने मुस्लिम समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है तथा भारत के संविधान पर सीधे हमला करने का काम किया है। इस व्यक्ति को तुरंत गिरफ्तार कर कठोर कार्रवाई करते हुए इस पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाये ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो।
समाजसेवी मंसूर अली मंसूरी ने कहा कि वसीम रिजवी पर यूएपीए के अंतर्गत मुकदमा दर्ज होना चाहिए। इस प्रकार का बयान देकर इसने धार्मिक उन्माद फैलाने का काम किया है। जो देश विरोधी है सभी धर्मों, सभी समुदायों, उनकी आस्था का सम्मान करने की जो विश्व भर में भारत की पहचान है। उस छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खराब करने का षड़यंत्र किया है। सरकार इस मामले को संज्ञान में लेते हुए तुंरत इस व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई करते हुए जेल की सलाखों के पीछे भेजने का काम करे ताकि पूरे देश में अमन शांति का स्वच्छ माहौल बना रहे और वसीम रिजवी जैसे धार्मिक उन्माद फैलाने वालों पर नकेल कसी जाए।
मंसूरी ने कहा कि वह अपने अधिवक्ता से मिलकर उपरोक्त वसीम रिजवी के खिलाफ कोतवाली में धार्मिक उन्माद फैलाए जाने को लेकर अभियोग पंजीकृत करायेंगे।
ज्ञापन देने वालों में शहर इमरान मुफ्ती मुनाजिर हुसैन, पूर्व चेयरमैन शमशुद्दीन, शफीक अहमद अंसारी, डाक्टर एमए राहुल, हसीन खान, मुशर्रफ हुसैन, अशरफ एडवोकेट, पार्षद नौशाद हुसैन, नजमी अंसारी, शाह आलम, पार्षद पति व पूर्व पार्षद अब्दुल कादिर, मौहम्मद आरिफ, मुमताज मंसूरी आदि मुस्लिम समाज के लोग उपस्थित रहे।